UP Police Recruitment : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज एक ऐतिहासिक पल देखने को मिला, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से 60,244 नवचयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। पहली बार प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की भर्ती एक साथ की गई है। इस अवसर पर गृह मंत्री शाह ने मुख्यमंत्री योगी की सराहना करते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश में अपराधियों की नहीं, कानून की चलेगी।
FIR पर तीन साल में सुप्रीम कोर्ट से फैसला संभव
अमित शाह ने भरोसा जताया कि अगले पांच वर्षों में प्रदेश में ऐसी व्यवस्था विकसित की जाएगी, जिससे किसी भी दर्ज एफआईआर पर अधिकतम तीन साल में सुप्रीम कोर्ट तक फैसला आ जाएगा। उन्होंने कहा कि यूपी में अब नियुक्तियां जाति नहीं, योग्यता के आधार पर हो रही हैं। तकनीक आधारित पारदर्शी प्रक्रिया के चलते आज हर क्षेत्र, जाति और समुदाय से आए युवा पुलिस बल का हिस्सा बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए पुलिसकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह नियुक्ति ऐसे समय में हो रही है, जब देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेवा, सुशासन और सामाजिक कल्याण के नए आयाम छू रहा है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार के आठ वर्षों में 8.5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।
हर वर्ग से जुड़े युवा बने सिपाही
सीएम योगी ने इस बात पर गर्व जताया कि इस भर्ती प्रक्रिया में गरीब तबके के युवाओं को भी बराबर अवसर मिला है। अब हर वर्ग का युवा वर्दी पहनकर प्रदेश की सेवा कर सकेगा। उन्होंने कहा, “पुलिस प्रशिक्षण में जितना पसीना बहाओगे, सेवा के दौरान उतना ही खून बहेगा।” महाकुंभ के दौरान जनता ने पुलिस के व्यवहार की प्रशंसा की, जिससे यह साफ है कि यूपी पुलिस ने अपनी छवि में सुधार किया है।
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अमित शाह ने कहा कि 2017 से पहले यूपी की कानून व्यवस्था लगातार गिर रही थी, लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश ने कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में नई बुलंदियों को छुआ है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के पास CCTV कैमरे, मॉडर्न कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर, PCR वैन और 150 से ज्यादा FSL यूनिट हैं। उन्होंने नए सिपाहियों को ‘सुरक्षा, सेवा और संवेदनशीलता’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ने का संकल्प दिलाया।