सुलतानपुर के एक दरोगा और तीन सिपाहियों पर युवक की हत्या का आरोप। परिवारवालों ने देर रात कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर शव रखकर किया प्रदर्शन। जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक के समझाने पर परिजनों ने धरना समाप्त किया। और दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही।
देर रात परिवारवालों का चौकी के बाहर प्रदर्शन
सुलतानपुर के कादीपुर कोतवाली से एक खबर सामने आ रही है। जहां कादीपुर कोतवाली के एक दरोगा और तीन सिपाहियों पर युवक की हत्या का आरोप लगा है। आरोप है कि सिपाही द्वारा अंकुश को ट्रैक्टर ट्राली से धक्का दिया गया जिससे की पहिये के नीचे दबकर उसकी मौत हो गई। घटना के बाद देर रात परिवारवालों ने चार घंटे तक कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर शव रखकर प्रदर्शन किया। और इंसाफ की मांग की। जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की बात पर परिजनों ने धरना समाप्त किया।
पूरा मामला….
आजमगढ़ जिले के मेहनगर थानाक्षेत्र स्थित गोपालपुर निवासी अंकुश सिंह (20) कादीपुर कोतवाली के अटरा राईबीगो में अपने जीजा हरिशंकर सिंह के घर पर रहता था। सोमवार देर रात वो ट्रैक्टर ट्राली पर लकड़ी लादकर कही ले जा रहा था। जिसके बाद परिजनों का आरोप है कि दरोगा अखिलेश सिंह, सिपाही जितेंद्र, दानिश और सुरेंद्र ने सोनालिका ट्रैक्टर एजेंसी के पास उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। और पुलिस कर्मियों द्वारा युवक का ट्रैक्टर कोतवाली ले जाने का दबाव बनाने लगे।अंकुश ने पुलिस वालो के साथ जाने से इनकार किया तो उसे किनारे ले जाकर दस हजार की फिरौती मांगी। युवक ने दस हजार की फिरौती देने से मना किया तो पुलिस कर्मियों उसपर दबाव बनाया की ट्रैक्टर लेकर कोतवाली ले चलना पड़ेगा। जिसके बाद दानिश ने ट्रैक्टर चलाना शुरू किया और युवक अंकुश व लेबरों को बोनट पर बैठाया। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आगे गड्ढे वाली रोड पर सिपाही ने अंकुश को धक्का दे दिया। धक्का लगने से अंकुश बोनट से नीचे गिर गया और पहिये के नीचे दबकर उसकी मौत हो गई।
सीओ कादीपुर दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे
अंकुश की मौत की खबर से परिजन मौके पर घटना स्थल पर पहुंचे और शव को कोतवाली क्षेत्र के पटेल चौक पर रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जब इस बात की जानकारी सीओ कादीपुर शिवम मिश्रा को मिली तो वह अपने परदल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिवार वालों को समझा- बुझा कर शांत कराया। लेकिन परिवार वाले आरोपी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की बात पर अड़ गये। तब करौंदीकला, चांदा, लंभुआ, मोतिगरपुर, दोस्तपुर, अखंडनगर, जयसिंहपुर थाने की फोर्स बुलाई गई।