लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देररात लोकबंधु अस्पताल में भीषण आग लग गई। आग अस्पताल के दूसरे तल पर सबसे पहले लगी और महज कुछ मिनटों के अदर आईसीयू और फीमेल मेडिसिन वार्ड भी आग की जद में आए। मरीजों और तीमारदारों के कुछ समझने से पहले आग ने विकराल रूप ले लिया। वार्ड में चीख पुकार के साथ भगदड़ मच गई। डॉक्टर, स्टाफ और तीमारदारों ने मिलकर 250 मरीजों को अस्पताल से बाहर निकाला। वहीं, हादसे में एक मरीज की मौत हो गई।
अस्पताल कर्मियों ने बिजली काट दी
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में हरदिनों की तरह मरीजों का इलाज चल रहा था। तभी रात को अचानक आग लग गई। आग पहले तल पर लगी और चंद मिनटों के अंदर विकराल रूप ले लिया। अस्पताल के अंदर धुआं भर गया। हर तरफ चीख पुकार मची थी। इसी बीच अस्पताल कर्मियों ने बिजली काट दी। इससे हर तरफ अंधेरा फैल गया। इससे मरीजों को बाहर निकालने में दिक्कत हुई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के पहुंचने तक आग दूसरे वार्डों में भी फैल गई। कोई अपने पापा को बचाने की गुहार लगा रहा था तो कोई अपने पति को निकालने के लिए मदद मांग रही थी।
250 मरीजों की जान बचाई
अफरातफरी के बीच डॉक्टरों, नर्सों, अस्पतालकर्मियों, तीमारदारों और दमकलकर्मियों के साथ स्थानीय पुलिस ने टार्च व मोबाइल की रोशनी से मरीजों को बाहर निकाला तथा अपनी भी जान बचाई। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में थी। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। सूचना पर फायर बिग्रेड का गाड़ियां अस्पताल पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सकता। इस बीच आग की चपेट में आने से 1 मरीज की मौत हो गई। डॉक्टर और तीमारदारों ने कड़ी मशक्कत के जरिए 250 मरीजों की जान बचाई।
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लोकबंधु अस्पताल पहुंचे।
अग्निकांड की सूचना पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और जिलाधिकारी से पूरी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि आग लगने के बाद अस्पताल में फंसे मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इसी तरह सीएम योगी लगातार फोन करके अधिकारियों से जानकारी लेते रहे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल अफसरों से बात कर जानकारी ली। उन्होंने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए राहत व बचाव कार्य के लिए तुरंत एसडीआरएफ को रवाना किया।
जिसके चलते राजकुमार की हुई मौत
आगजनी के बाद अस्पताल से निकाले गए 250 मरीजों को सिविल, बलरामपुर, केजीएमयू, लोहिया व अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। देर रात तक अस्पताल में रेस्क्यू व सर्च ऑपरेशन जारी रहा। वहीं, सिविल अस्पताल में लाए गए हुसैनगंज के छितवापुर निवासी राजकुमार प्रजापति (61) को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि लोकबंधु अस्पताल में बिजली कटने के बाद ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हुई।
सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि सभी मरीजों को सकुशल दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया। उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को लोकबंधु की तरह मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा। आग की वजह से पूरा अस्पताल खाली करा लिया गया है। डिप्टी सीएम ने बताया कि लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में 500 मरीज भर्ती थे। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है।