Afzal Ansari on Bahraich violence: बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद अफजाल अंसारी ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार उपचुनाव से पहले माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। अफजाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान “बंटोगे तो कटोगे” को एक कोडवर्ड बताते हुए दावा किया कि यह अराजक तत्वों को संदेश देने के लिए कहा गया था। अंसारी ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए जनता को बांटने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सब उपचुनाव में फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है, ताकि माहौल बिगाड़ा जा सके।
बहराइच हिंसा पर सियासत में गर्माहट
बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान भड़की हिंसा को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस घटना के बाद पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिसमें हिंसा के एक आरोपी मोहम्मद दानिश उर्फ राजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार, दानिश नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसे पकड़ा गया। वहीं, घटना के मास्टरमाइंड अब्दुल हमीद और उसके दोनों बेटे अभी भी फरार हैं।
अफजाल अंसारी का उपचुनाव को लेकर सरकार पर हमला
'माहौल बनाने की कोशिश की गई' 'बटोगे और कटोगे का नारा दिया'#AfzalAnsari pic.twitter.com/xLwhOJvSbs
— News1India (@News1IndiaTweet) October 17, 2024
इस बीच, समाजवादी पार्टी के सांसद Afzal Ansari ने इस मामले पर सियासी हमला बोलते हुए योगी सरकार पर आरोप लगाए हैं। अंसारी ने कहा कि उपचुनाव से पहले माहौल को खराब करने के लिए “बंटोगे तो कटोगे” का नारा दिया गया था। उन्होंने इसे एक “कोड वर्ड” बताया, जो अराजक तत्वों को हिंसा फैलाने का संकेत था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव नहीं कराने का निर्णय भी इसी भय से लिया गया था कि माहौल बिगड़ सकता है।
“बंटोगे तो कटोगे” क्या है?
Afzal Ansari द्वारा जिस बयान का जिक्र किया जा रहा है, वह 26 अगस्त को आगरा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया था। योगी ने कहा था कि राष्ट्र से बड़ा कुछ नहीं हो सकता और “बंटोगे तो कटोगे” का संदर्भ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से जोड़ा था। अंसारी का कहना है कि इस बयान का गलत इस्तेमाल कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई
हिंसा के बाद पुलिस ने अब तक कुल 11 FIR दर्ज की हैं और 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की हत्या अब्दुल हमीद के घर की छत पर की गई थी। हालात को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं, और इंटरनेट सेवाएं अब बहाल कर दी गई हैं।