Agra Crime : फिर एक जिम ट्रेनर ने किया घिनौना काम, महिला के साथ दुष्कर्म कर करने लगा ब्लैकमेल

आगरा के एक जिम ट्रेनर ने नोएडा की एक विधवा महिला का शोषण कर लाखों रुपये और कारोबार हड़प लिया। पीड़ित महिला ने सिकंदरा थाने में शिकायत की है।

Agra Crime

Agra Crime : आगरा के एक जिम ट्रेनर ने नोएडा की एक विधवा महिला का शोषण कर लाखों रुपये और कारोबार हड़प लिया। पीड़ित महिला ने सिकंदरा थाने में शिकायत की है। जिसमें उसने आरोप लगाया है कि पति की मौत के बाद वह आगरा आ गई। यहां वह एक जूता कंपनी में काम कर रही थी। तभी उसकी मुलाकात जिम ट्रेनर से हुई। उसने खुद को तलाकशुदा बताकर उससे दोस्ती की और अपने जाल में फंसा लिया। उसने मेरा शारीरिक शोषण किया। इसके बाद उसने मुझे कारोबार में पार्टनर बना लिया और मुझसे पैसे निवेश करवाए।

इसके बाद कारोबार पर कब्जा कर लिया। अब आरोपी मुझे ब्लैकमेल कर रहा है। वह मुझे धमका रहा है। सिकंदरा थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा ने बताया कि महिला की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। नोएडा निवासी महिला ने सिकंदरा थाने में दी शिकायत में बताया कि उसके पति की कई साल पहले मौत हो चुकी है। वर्ष 2011 में वह आगरा की एक जूता कंपनी में काम करती थी। जो खंदारी स्थित तलवारकर जिम में ट्रेनर था।

आरोपी हर्षित ओबेरॉय सिकंदरा स्थित कावेरी कौस्तुभ अपार्टमेंट में रहता है। आरोपी ने खुद को तलाकशुदा बताकर मुझसे दोस्ती की। इसके बाद हम दोनों साथ रहने लगे। आरोपी ने मेरी अश्लील फोटो खींच ली और वीडियो बना ली। इनसे वह मुझे ब्लैकमेल कर रहा है।इसके साथ ही, पीड़ित महिला का आरोप है कि हर्षित ओबेरॉय ने मुझसे आलू के कारोबार के लिए पैसे लिए थे। बाद में पैसे डूब जाने की बात कहकर उसने जूते के कारोबार के लिए पैसे ले लिए। वह खुद जूते के कारोबार में 10 प्रतिशत का पार्टनर बन गया। उसने 2016 से मुझे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

यह भी पढ़ें : अंतरराष्ट्रीय उड़ान में हंगामा, दुबई से शुरू हुआ बवाल थाने में खत्म! जानें क्या है पूरा मामला

मेरी नकदी और जेवर हड़प लिए। आरोपी ने मेरे बेटे को जान से मारने की धमकी देकर फर्म के कागजों पर साइन करवा लिए। इसकी शिकायत की तो लोगों के दबाव में आरोपी ने पैसे वापस करने का वादा किया। लेकिन, उसने पैसे वापस नहीं किए। इसके बाद से आरोपी मेरा शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहा है। तंग आकर मैंने शिकायत की है।

Exit mobile version