Agra Fake MLA Fraud: ताजनगरी आगरा के सदर बाजार स्थित एक नामी होटल में 18 दिनों से चल रहा एक “मुफ्तखोरी” का हाई-प्रोफाइल ड्रामा आखिरकार खत्म हो गया। 29 अक्तूबर को चार युवकों के साथ होटल पहुंचे एक शख्स ने अपनी पहचान विनोद खटीक के रूप में दी और खुद को विधायक बताकर कमरा नंबर 221 किराए पर लिया। उसके साथ मनोज नाम का एक अन्य युवक भी रुका था। खुद को “माननीय” बताने के कारण होटल कर्मचारियों ने उससे एडवांस किराया मांगने की हिम्मत नहीं की।
इसके बाद, विनोद ने न केवल होटल में अपनी पसंद का मुफ्त खाना मंगाना शुरू कर दिया, बल्कि वह अपनी दबंगई का इस्तेमाल कर आस-पास के कारोबारियों और दुकानों से भी मुफ्त में सामान उठा लाता था। उसकी गाड़ी पर ‘सांसद’ भी लिखा हुआ था, जिसके चलते पुलिस भी शुरुआती जांच में उलझ गई थी।
18 दिन तक चला मुफ्तखोरी का खेल
विनोद खटीक (निवासी: तुगलकाबाद एक्सटेंशन, दिल्ली) और मनोज कुमार (निवासी: ओखला, दिल्ली) 29 अक्तूबर से पवन होटल के कमरा नंबर 221 में बिना किराया दिए रह रहे थे। विनोद हर जगह खुद को विधायक बताकर रौब गांठता था। उसका मोबाइल नंबर ट्रू कॉलर पर भी ‘एमएलए’ के रूप में दिखाता था, जिससे लोगों पर उसका प्रभाव और बढ़ जाता था। वह होटल कर्मचारियों से कहता था कि वह पार्टी के काम से आया है और 1 दिसंबर को हिसाब करेगा। इस दौरान, होटल में दिनभर उससे मिलने वालों का तांता लगा रहता था, जिससे होटल मालिक पवन गुप्ता और कर्मचारी परेशान थे।
पुलिस जांच, धमकी और गिरफ्तारी
मामला तब गंभीर हुआ जब कथित विधायक की धमकियों और मुफ्तखोरी से तंग आकर होटल मालिक पवन गुप्ता ने Agra पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। चार दिन पहले एक शिकायत पर Agra पुलिस जांच करने पहुंची थी, लेकिन गाड़ी पर ‘सांसद’ लिखा देख Agra पुलिस उल्टे पांव लौट गई थी। इसके बाद, पीड़ित ने सीधे एडीसीपी सिटी आदित्य सिंह से शिकायत की, जिन्होंने एसीपी सदर इमरान अहमद को मामले की जांच के निर्देश दिए।
शनिवार को सदर थाना पुलिस जब जांच करने पहुंची और विनोद खटीक से उसके विधानसभा क्षेत्र के बारे में पूछा, तो उसने पुलिस को खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी और अभद्रता की। इस पर पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया। उसके साथी मनोज कुमार ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे भी पकड़ लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह व्यक्ति फर्जी विधायक है।
जेल की रोटी खाने को मजबूर
होटल संचालक की तहरीर पर सदर बाजार Agra पुलिस ने दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपित एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी लोगों को धमकाने गया था, जिसके बयान भी दर्ज किए जाएंगे। शुरुआती तौर पर, दोनों आरोपियों का शांतिभंग के तहत चालान किया गया और उन्हें एसीपी कोर्ट में पेश किया गया। एसीपी ने दोनों का रिमांड स्वीकृत कर जेल भेज दिया। पुलिस ने कहा कि हवालात में बंद होते ही फर्जी विधायक के होश ठिकाने आ गए। मामले में साक्ष्यों के आधार पर चार्जशीट पेश की जाएगी।








