लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। रूपहले पर्दे पर करीब 13 बरस पहले एक्टर अक्षय कुमार की ‘ओ माय गॉड’ फिल्म आई थी, जिसने पैसे के साथ-साथ नाम भी कमाया। जिस तरह से फिल्म में परेल रावल ने भगवान पर मुकदमा किया, वह आज भी लोगों को दिलों में जिंदा है। कुछ ऐसा ही मामला रियललाइफ में भी सामने आया है। जहां यूनीवर्सिटी से इंसाफ नहीं मिलने पर छात्र को भगवान की शरण में जाना पड़ा। छात्र ने भगवान श्रीराम को कोर्ट मानते हुुए पत्र लिखकर न्याय दिलाए जानें की फरियाद की। लेकिन रामलला के दर से भी उसे निराशा ही हाथ लगी।
दरअसल, रियललाइफ की ‘ओ मॉय गॉड’ मूवी आगरा में सामने आई है। यहां की नामी डॉ. भीमराव आंबेडकर यूनीवर्सिटी की गलतियों को लेकर एक छात्र इतना परेशान हो गया कि उसने अयोध्या में विराजमान भगवान श्रीरामलला को पत्र लिखकर इंसाफ की गुहार लगाई। छात्र आशीष प्रिंस ने 2024 में एमए योगा से किया था। आशीष का आरोप है कि विश्वविद्यालय की तरफ से अब तक उन्हें तीन बार अंक तालिका दी चुकी है। तीनों ही अंक तालिका में उन्हें अलग-अलग अंक दिए गए हैं। आशीष का कहना है कि उन्होंने यूनीवर्सिटी प्रशासन से अनगिनत बार फरियाद की। सही मार्कशीट देने की मांग की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
आशीष को जब यूनीवर्सिटी से न्याय नहीं मिला तो उन्होंने फरवरी 2025 में श्रीराम मंदिर के लिए पत्र लिखकर अपनी समस्या की गुहार लगाई थी। उनका कहना है कि राम मंदिर से भी पत्र वापस आ गया। वहां भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया। विश्वविद्यालय की लापरवाही से अब वह असमंजस में हैं कि आखिर तीनों मार्कशीट में से कौन सी सही है। छात्र का कहना है मेहनत करके पढ़ाई की है, लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा सही मार्कशीट नहीं दी गई। जिससे मेरा भविष्य संकट में है। फीस पूरी ली जाती है लेकिन विश्वविद्यालय के कर्मचारी और अधिकारियों छात्रों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। छात्र ने कहा कि अ बवह पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर फरियाद करेगा।
एमए योगा के छात्र आशीष का कहना है कि गलत मार्कशीट आने पर उसने नवंबर के महीने में परीक्षा नियंत्रक को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने इंजार्च को अवगत कराया। इसके बाद उसने आईजीआरएस पर शिकायत की, लेकिन कहीं से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। तब उसने भगवान श्रीराम को पत्र लिखा है। इसमें उसने लिखा है कि ‘हे प्रभु श्रीराम, अब तो आपका ही सहारा है। आपसे प्रार्थना है कि मेरी मार्कशीट ठीक करवाकर दिलाने की कृपा करें। छात्र ने बताया कि मैंने राज्यपाल से शिकायत की। जिसके बाद उसे मार्कशीट तो दे दी है लेकिन उसमें गलत नंबर चढ़े हैं, जिसमें कोई संशोधन नहीं किया गया है।