Akhilesh Yadav on BJP: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी के हालिया संगठनात्मक बदलावों पर तीखा तंज कसते हुए इसे आंतरिक कलह का संकेत बताया है। गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने भाजपा के नए पदाधिकारियों के अनुभव पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी ने सात बार के सांसद पंकज चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष और पांच बार के विधायक नितिन नवीन को राष्ट्रीय अध्यक्ष (वर्किंग प्रेसिडेंट) बनाकर अनुभवी नेताओं को दरकिनार किया है।
अखिलेश ने दावा किया कि यह नियुक्तियां दिल्ली और लखनऊ के बीच चल रही सत्ता की रस्साकसी का नतीजा हैं। इसके अलावा, उन्होंने प्रदेश में करोड़ों के ‘कफ सिरप घोटाले’, खाद की किल्लत और ‘फेक एनकाउंटर’ के बाद ‘फेक नौकरियों’ के खतरे को लेकर योगी सरकार पर कड़ा प्रहार किया।
प्रमुख बिंदु: Akhilesh Yadav का हमला
बीजेपी संगठन पर तंज: Akhilesh Yadav ने कहा कि अनुभवी सांसदों और विधायकों को ऐसे पद देना यह दर्शाता है कि भाजपा के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने इसे केंद्र और राज्य इकाई के बीच के तनाव का परिणाम बताया।
कफ सिरप घोटाला: हजारों करोड़ के कोडीन युक्त कफ सिरप सिंडिकेट का जिक्र करते हुए उन्होंने अपराधियों को ‘कालीन भैया’ और ‘कोडीन भैया’ की संज्ञा दी। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने बड़े घोटाले के बाद भी सरकार का ‘बुलडोजर’ खामोश क्यों है?
प्रशासन और नियुक्तियाँ: पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार को शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्होंने कटाक्ष किया कि अब प्रदेश में ‘फेक एनकाउंटर’ की तर्ज पर ‘फेक नौकरियां’ मिलेंगी।
किसानों और प्रदूषण का मुद्दा: Akhilesh Yadav ने आरोप लगाया कि सरकार खाद की किल्लत से ध्यान भटकाने के लिए सदन में ‘वंदे मातरम्’ जैसे भावनात्मक विषयों का सहारा ले रही है। लखनऊ के खराब AQI पर भी उन्होंने मुख्यमंत्री की जानकारी पर सवाल उठाए।
चुनावी वादे: Akhilesh Yadav ने सत्ता में आने पर महिलाओं को सालाना 40,000 रुपये की सम्मान राशि देने और न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क से भी बड़ा पार्क बनाने का वादा किया।









