अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वह इस मामले में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को तुरंत इस घटना से जुड़ी तस्वीरों पर ध्यान देना चाहिए, जिसमें अयोध्या पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है। यह प्रक्रिया अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में डर पैदा करने और चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास है, जो लोकतांत्रिक अपराध है। उन्होंने मांग की कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल हटाया जाए और उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
अयोध्या पुलिस आरोपों को किया खारिज
हालांकि, अयोध्या पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है। एसएसपी राजकरन नय्यर ने एक बयान में कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि अयोध्या पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर रही है, लेकिन पुलिस इन आरोपों को सिरे से नकारती है।
सपा सांसद ने भाजपा पर लगाया ये आरोप
इस बीच, समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रही है। उन्हें यह जानकारी मिली है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान केंद्रों से बाहर किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर यह भी आरोप लगाया कि मिल्कीपुर विधानसभा के विभिन्न बूथों पर प्रशासन और भाजपा नेताओं द्वारा बूथ कैप्चरिंग और फर्जी मतदान कराया जा रहा है।
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खासकर, बूथ संख्या 111, 126, और 127 पर ऐसा हो रहा है। एक अन्य ट्वीट में सपा ने कहा कि मिल्कीपुर विधानसभा के बूथ संख्या 131 पर भाजपा नेता खुद ही मतदान कर रहे हैं, जबकि वोटरों को वहां से भगा दिया जा रहा है। इसके अलावा, बूथ संख्या 41, 42, 43 और 44 पर भी भाजपा नेताओं और प्रशासन की मिलीभगत से फर्जी मतदान हो रहा है।
कैसा चल रहा मिल्कीपुर चुनाव ?
मिल्कीपुर उपचुनाव उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में हो रहा है। यह उपचुनाव समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद द्वारा फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा सीट जीतने के बाद खाली की गई मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हो रहा है। यह सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है, और इसमें कुल 370,829 मतदाता हैं। इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद और भाजपा के चंद्रभानु पासवान के बीच होने की संभावना है।