अखिलेश यादव का फूटा गुस्सा, बोले – ‘चुनाव आयोग मर चुका है, सफेद कपड़ा भेजना पड़ेगा…’

उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बुधवार को मतदान हुआ। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और सपा के बीच है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे इस चुनाव में उम्मीदवार हैं, जिससे उनके लिए प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वहीं, बीजेपी ने चंद्रभानु पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है।

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के बाद चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया। गुरुवार को उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुका है और अब हमें सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि यह बीजेपी का चुनाव लड़ने का तरीका है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अब पूरी तरह से मर चुका है और हमें इसे सफेद कपड़ा भेंट करना होगा।

सपा ने मिल्कीपुर में फर्जी मतदान के आरोप लगाए हैं, और इस मुद्दे पर 5 नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मिलने के लिए लखनऊ पहुंचा था। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल कर रहे थे, जिन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की। उनका आरोप था कि पोलिंग एजेंट को बाहर निकाल दिया गया और फर्जी मतदान किया गया। इसके अतिरिक्त, सपा ने यह भी आरोप लगाया कि मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 286 पर पुलिस ने उनके पोलिंग एजेंट को जबरन उठा लिया।

‘बीजेपी को खुली छूट’

अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने बीजेपी को खुली छूट दी है। इससे पहले भी उन्होंने बीजेपी पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने और उपचुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया था। उन्होंने निर्वाचन आयोग से कठोर कार्रवाई की मांग भी की थी। सपा प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने मिल्कीपुर में चुनाव को प्रभावित करने के लिए हर संभव उपाय अपनाए और अराजकता फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन ने बीजेपी को खुली छूट दी और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया।

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अखिलेश यादव ने आगे कहा कि फर्जी मतदान करते हुए उन्होंने खुद कुछ लोगों को पकड़ा। उन्होंने कहा कि रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने का मामला सामने आया, जिसमें आरोपी ने खुद स्वीकार किया कि बीजेपी सरकार के अधिकारी धांधली में शामिल हैं। अखिलेश ने सवाल किया, “निर्वाचन आयोग को और क्या सबूत चाहिए?”

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