Amethi News: उत्तर प्रदेश के अमेठी में सत्ता के नशे और पद के घमंड में चूर एक ड्रग इंस्पेक्टर ने कानून की परिभाषा ही पलट दी। सरकारी पद की गरिमा को धता बताते हुए शराब के नशे में धुत अधिकारी ने न सिर्फ ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखा, बल्कि खुद को रोकने आई पुलिस टीम के साथ भी बदसलूकी की। ‘तुम 2800 ग्रेड पे वाले, मैं 5400 ग्रेड पे का PCS हूं’ जैसे अहंकार भरे शब्दों के साथ उसने SHO का कॉलर पकड़कर धक्का दे दिया। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और अब सोशल मीडिया पर तैर रही है। सवाल है—क्या वर्दी और कानून से ऊपर हो गया है अफसरशाही का नशा?
#अमेठी:शराब के नशे में ड्रग इंस्पेक्टर की दबंगई का एक और वीडियो हुआ वायरल, इंस्पेक्टर को धमकाते दिखे ड्रग इंस्पेक्टर, कह रहे हैं 2800 के ग्रेड पे के आदमी हम 5400 ग्रेड पे के पीसीएस अधिकारी वीडियो बनाओगे तो तुम्हारी इज्जत खत्म हो जाएगी @amethipolice @DmAmethi #amethi @Uppolice https://t.co/WFEjmJ2sBw pic.twitter.com/Kr6P313OZg
— AMETHI LIVE (@AmethiliveCom) July 16, 2025
पद के घमंड में डूबा अधिकारी, पुलिस से की अभद्रता
Amethi के मुंशीगंज थाना क्षेत्र में बुधवार की शाम एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जिसमें ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा शराब के नशे में तेज रफ्तार गाड़ी चलाते हुए हूटर बजाते पकड़े गए। जब मुंशीगंज पुलिस ने पीछा कर उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने सरकारी रौब दिखाते हुए एसएचओ शिवाकांत त्रिपाठी से बदसलूकी की और उनका कॉलर पकड़ कर धक्का दे दिया। घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने यह पूरा वाकया कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
“तुम 2800 ग्रेड पे वाले, मैं PCS हूं…” – नशे में हदें पार
Amethi पुलिस के अनुसार, जब गाड़ी रोकी गई तो ड्रग इंस्पेक्टर ने न सिर्फ हंगामा किया, बल्कि थाने में मौजूद सिपाहियों को भी धमकाने लगा। उसने कहा, “तुम 2800 ग्रेड पे वाले हो, मैं 5400 ग्रेड पे का पीसीएस अधिकारी हूं।” साथ ही ड्रग तस्करी में फंसाने की धमकी देकर दबाव बनाने की कोशिश की। यह बयान अब अफसरशाही के उस स्याह पक्ष को उजागर कर रहा है, जहां पद की ऊंचाई को कानून से ऊपर समझा जाता है।
पहले भी विवादों में रह चुके हैं कमलेश मिश्रा
ड्रग इंस्पेक्टर कमलेश मिश्रा का विवादों से पुराना नाता है। एक साल पहले भी अमेठी के मेडिकल व्यापारियों ने उनके खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें बंधक बनाया था। दोनों पक्षों की तहरीर पर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन मामला फिर शांत पड़ गया। अब ताज़ा घटना ने एक बार फिर उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जांच के आदेश, मेडिकल परीक्षण और प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी
घटना के तुरंत बाद Amethi पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर को हिरासत में लेकर मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा। वहां से उनका ब्लड सैंपल लेकर लैब भेजा गया है। जिलाधिकारी संजय चौहान ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर पूरी घटना की तहकीकात के आदेश दिए हैं। फिलहाल कमलेश मिश्रा थाने में हैं और पूछताछ जारी है। प्रशासन पर अब दबाव है कि वह इस मामले में केवल दिखावटी नहीं, ठोस कार्रवाई करे।
यह घटना सिर्फ शराब के नशे की नहीं, बल्कि पद के अहंकार और कानून के प्रति उपेक्षा की कहानी है। जब एक अधिकारी वर्दीधारी पुलिस को “ग्रेड पे” की औकात दिखा कर कानून की धज्जियां उड़ाए, तो सवाल उठता है—क्या असली नशा शराब का था या सत्ता का?