Amitabh Thakur Lokayukt complaint: यूपी सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोपों का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। अब मंत्री के खिलाफ शिकायत करने वालों में एक और नाम जुड़ गया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने 177 अध्यापकों को विभागाध्यक्ष पद पर प्रोन्नति में नियमों के उल्लंघन के आरोप में लोकायुक्त उत्तर प्रदेश से शिकायत की है। इस मामले में पहले पल्लवी पटेल ने भी आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाए थे। ठाकुर का कहना है कि मंत्री ने शिक्षा विभाग के नियमों का खुला उल्लंघन किया है, जिससे प्रदेश के लाखों छात्र प्रभावित हो सकते हैं।
मंत्री के खिलाफ गंभीर आरोप
Amitabh Thakur ने अपनी शिकायत में कहा कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा अध्यापन सेवा नियमावली 2021 बनाई थी, जिसमें विभागाध्यक्ष पद के लिए सीधी भर्ती का प्रावधान किया गया था। इसके अनुसार, यह पद केवल यूपी लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरा जा सकता था और बीटेक और एमटेक अध्यापकों को कम से कम 15 वर्षों का अनुभव होना चाहिए। लेकिन, 9 दिसंबर 2024 को 177 अध्यापकों को विभागाध्यक्ष के पद पर प्रोन्नति दी गई, जो इन नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
डी फार्मा कॉलेजों की जांच भी विवादों में
Amitabh Thakur ने एक और गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद भी डी फार्मा कॉलेजों के भौतिक परीक्षण में कई गंभीर विसंगतियां सामने आई हैं। 531 कॉलेजों को अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने के बावजूद मान्यता दी गई। ठाकुर के मुताबिक, इनमें से 94 कॉलेजों में अन्य विषयों का शिक्षण कार्य चल रहा था और 19 कॉलेजों में भूमि और भवन तक मौजूद नहीं थे। इसके बाद राज्य सरकार ने एचबीटीयू कानपुर के कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर रघुराज सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी, जिसने इस मामले में अपनी रिपोर्ट दी है।
लोकायुक्त में की शिकायत
अमिताभ ठाकुर ने बताया कि इन दोनों मामलों में आशीष पटेल की भूमिका सामने आई है, जो जांच के दायरे में आ चुके हैं। ठाकुर ने पहले इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को शिकायत भेजी थी, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो उन्होंने लोकायुक्त से मामले की जांच की मांग की है।
इससे पहले, पल्लवी पटेल ने भी आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद मंत्री ने खुद को निर्दोष बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। यह विवाद अब एक नई दिशा में बढ़ता दिखाई दे रहा है, और आने वाले दिनों में इस पर और खुलासे हो सकते हैं।