Lucknow Crime news :लखनऊ स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों में आ गई है। यहां एक छात्र की उसके ही साथियों ने यूनिवर्सिटी की पार्किंग में जमकर पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया। पीड़ित छात्र अवसाद में चला गया है और पुलिस ने आरोपी युवती व उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
युवती ने कार में घुसकर पीटा छात्र
घटना 26 अगस्त की बताई जा रही है। यूनिवर्सिटी में बीएम एलएलबी द्वितीय वर्ष का छात्र शिखर, हाल ही में हुए एक्सीडेंट से उबरकर पहली बार कॉलेज आया था। उसका दोस्त सौम्य सिंह यादव उसे कार से कॉलेज लेकर पहुंचा। जैसे ही दोनों ने गाड़ी पार्क की, वहां छात्रा जान्हवी मिश्रा अपने साथियों आयुष यादव, मिलन बनर्जी, विवेक सिंह और आर्यमन शुक्ला के साथ पहुंची। आरोप है कि युवती और उसके साथी पहले से ही तैयार होकर आए थे। उन्होंने गाड़ी में घुसकर शिखर को गालियां दीं, थप्पड़ बरसाए और धमकी दी।
40 से 50 थप्पड़, वीडियो वायरल
पीड़ित पक्ष के अनुसार जान्हवी और उसके साथियों ने शिखर को 50 से 60 थप्पड़ जड़े। शिखर के बाएं पैर का हाल ही में ऑपरेशन हुआ था और वह छड़ी के सहारे चल रहा था, जिसका फायदा उठाकर आरोपितों ने हमला किया। यही नहीं, मारपीट का वीडियो भी बनाया गया और बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वायरल वीडियो ने शिखर की मानसिक स्थिति को और बिगाड़ दिया, जिससे वह अवसाद में चला गया।
पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
पीड़ित छात्र के पिता मुकेश कुमार केसरवानी, जो मकबूलगंज निवासी हैं, ने थाना चिनहट में तहरीर दी। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपित युवती जान्हवी मिश्रा और उसके चार साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आरोपितों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। फुटेज की मदद से जांच आगे बढ़ रही है।
मोबाइल तोड़ा, जान से मारने की धमकी
मारपीट के दौरान आरोपितों ने शिखर और उसके दोस्त सौम्य का मोबाइल भी तोड़ दिया। पिता का कहना है कि बेटे की हालत बेहद खराब है और उन्हें पूरे दिन उसकी देखभाल करनी पड़ रही है। पुलिस का कहना है कि पिटाई की असल वजह का पता गिरफ्तारी के बाद ही चल सकेगा।
पहले भी हो चुके विवाद
एमिटी यूनिवर्सिटी में विवाद का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी छात्रों के बीच झगड़े और हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एक बार तो छात्र पर चाकू से हमला कर दिया गया था। अब एक बार फिर यह संस्थान विवादों में घिरा हुआ है और अभिभावक सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।