Yeti Narasimhanand : हाल ही में यति नरसिंहानंद के विवादित बयानों और उनके शिष्य अनिल यादव के भड़काऊ बयान को लेकर विवाद बढ़ गया है। मामला तब गरमाया जब अनिल यादव ने कहा कि अगर यति नरसिंहानंद का पुतला जलाया गया तो वे दशहरे के दिन पैगंबर मोहम्मद और अली के पुतले फूंकेंगे। इस बयान के बाद तनाव बढ़ा और पुलिस-प्रशासन अलर्ट पर आ गया।
मांगा एक हफ्ते का समय
अनिल यादव का यह बयान डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद (Yeti Narasimhanand) के समर्थन में आया, जिन्होंने पहले भी कई विवादित बयान दिए हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने भड़काऊ बयानबाजी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की बात कही है और प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए पीस कमेटी की बैठक बुलाई, जिसमें एक हफ्ते का समय मांगा गया है.
पुलिस ने नफरती भाषणों और अशांति फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की है, साथ ही समाज में बढ़ते तनाव के मद्देनजर सख्त रुख अपनाया गया है.
गाज़ियाबाद: देवी मंदिर के बाहर भारी संख्या में पुलिस फ़ोर्स तैनात
एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर, डीसीपी ने किया कैम्प
पुलिस के साथ ही पीएसी की भी भारी तैनाती की गई
इसी मंदिर के यति नरसिंहानंद ने दिया था अशोभनीय बयान#Ghaziabad @dm_ghaziabad @ghaziabadpolice pic.twitter.com/BhPYYbx7VO
— News1India (@News1IndiaTweet) October 5, 2024
कहां से शुरू हुआ विवाद ?
बता दें, कि 29 सितंबर 2024 को गाजियाबाद के हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद यह बयान तेजी से वायरल हो गया। इस बयान के बाद मुस्लिम समुदाय में गहरी नाराजगी देखी गई। सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष शकील नदवी ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर को तहरीर सौंपकर नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
AIMIM ने भी इस बयान के विरोध में प्रदर्शन और कलेक्ट्रेट के घेराव का ऐलान किया, लेकिन प्रशासन द्वारा कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद घेराव को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इस घटना के बाद से प्रशासन ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं और पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है.