Atul Subhash suicide case: जौनपुर में इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में नया मोड़ सामने आया है। निकिता और उसके परिवार के खिलाफ बेंगलुरु में मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी का खतरा बढ़ गया है। इस बीच, निकिता की मां निशा और भाई अनुराग सिंघानिया अपने जौनपुर स्थित घर से फरार हो गए हैं। उनका भागते हुए एक वीडियो भी सामने आया है। वहीं, अतुल के परिवार ने निकिता समेत पांच लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। अतुल ने अपने आखिरी वीडियो में लोअर जुडिशियरी के कामकाज पर सवाल उठाए थे और अपनी मौत के लिए जज समेत पांच लोगों को जिम्मेदार ठहराया था। अब पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
निकिता की मां-भाई का फरार
जौनपुर के खोआ मंडी स्थित घर में रहने वाली निशा और अनुराग सिंघानिया देर रात भागते हुए कैमरे में कैद हो गए। घर पर अब ताला लटका है। एक वीडियो में दोनों को बाइक पर भागते हुए देखा गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह फरारी बेंगलुरु में दर्ज FIR के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए हो सकती है।
बेंगलुरु में Atul Subhash के परिवार ने निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और ताऊ सुशील सिंघानिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। अतुल के भाई विकास ने शिकायत में कहा कि आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर अतुल ने अपनी जान दी। वहीं, सुशील सिंघानिया ने कैमरे पर आकर आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि निकिता हर आरोप का जवाब देगी।
Atul Subhash के गंभीर आरोप
अतुल ने सुसाइड से पहले एक वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने फैमिली कोर्ट की लेडी जज, निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और ताऊ सुशील कुमार को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोर्ट के कर्मचारी रिश्वत लेकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। अतुल ने कहा कि अगर उनकी मौत के बाद भी दोषियों पर कार्रवाई न हो, तो उनकी अस्थियां कोर्ट के बाहर बहा दी जाएं। अब बेंगलुरु पुलिस मामले की जांच के लिए जौनपुर पहुंच रही है। वहीं, फरार आरोपियों की तलाश तेज हो गई है।