औरैया: पुलिस अधीक्षक औरैया श्रीमती चारू निगम के निर्देशन में एस0ओ0जी व थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा एटीएम कार्ड बदलकर फ्राड करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का भांडाफोड़ करते हुए उसके तीन सदस्यों को घटना में प्रयुक्त वैगन-आर कार, विभिन्न बैंको के 12 एटीएम कार्ड, रु0 29,310 नगद व कई मोबाइल फोन बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की।
विगत कई माह से जनपद में शिकायतें प्राप्त हो रही थी कि एक गैंग द्वारा सीनियर सिटीजन व भोले-भाले लोगों को टारगेट करके एटीएम मशीन में मदद करने के बहाने से उनका एटीएम कार्ड बदलकर फ्राड करके पैसे निकाले जा रहे है।
उक्त घटनाओं की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए तथा जनता में पुलिस के प्रति विश्वास कायम रखने की दृष्टि से पुलिस अधीक्षक औरैया श्रीमती चारु निगम के निर्देशऩ, अपर पुलिस अधीक्षक औरैया श्री शिष्यपाल के पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी सदर श्री सुरेन्द्र नाथ यादव के नेतृत्व में एस0ओ0जी टीम को घटनाओं के अनावरण व उक्त गैंग की गिरफ्तारी हेतु लगाया गया था।
इसी क्रम में एस0ओ0जी टीम द्वारा विगत माह में हुई घटनाओं के घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा आस-पास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गये एवं एटीएम मशीन/बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज हेतु एटीएम हेड मुम्बई से भी सम्पर्क किया गया जिससे कई संदिग्ध व्यक्तियों के फुटेज प्राप्त हुए जिनकी पहचान हेतु इलेक्ट्रानिक तथा मैनुएल साक्ष्यों को भी एकत्रित किया गया तथा मुखबिर आदि को भी सक्रिय किया गया।
इसी क्रम में आज दिनांक- 23.07.2022 को एस0ओ0जी टीम व कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर चेकिंग के दौरान दयालपुर ओवर ब्रिज के पास से समय करीब 12.30 बजे उक्त घटनाओं को कारित करने वाले गैंग के 03 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से भारी मात्रा में एटीएम कार्ड्स, रु0 29,310 नगद, 03 मोबाइल फोन व वैगन-आर कार बरामद किया गया।
पूछताछ के दौरान क्या हुई बात :
गिरफ्तार अभियुक्तगणों ने पुलिस पूछताछ के दौरान बताया कि हम तीनो जनपद जालौन के रहने वाले है हम लोग पिछले कई सालों से इस तरह की घटनाएं करते आ रहे है वर्ष 2019 में गोलू व मंगल सिंह जनपद भिण्ड म0प्र0 से जिले भी जा चुके है। हम लोग अपनी कार से आस-पास के जनपदों इटावा , कानपुर देहात व राज्यों (भिन्ड (म0प्र0), राजस्थान) तक जाकर विभिन्न स्थानों में लगे ATM बूथ की पहले निगरानी करते है।
हम लोग वृद्ध लोगों व भोले-भाले लोगों को जिन्हे एटीएम के बारे में कम जानकारी होती है उन्हे टारगेट करके मदद के बहाने उनका पिन कोड देखकर एटीएम बदल लेते है बाद में अन्य एटीएम व पेट्रोल पम्प की स्वैप मशीन में जाकर पैसे निकाल लेते है और मिले पैसों को आपस में बांट लेते हैं।