Ayodhya Deepotsav 2024 : भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मनाया जाने वाला पहला दीपोत्सव कई दृष्टियों से विशेष होगा। अयोध्या नगर लाखों दीपों से जगमगाएगा, और साथ ही श्रीराम जन्मभूमि पर स्थित इस भव्य मंदिर की दीपावली भी अद्वितीय रहेगी। इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस वर्ष सरयू तट पर 25 से 28 लाख दीपक प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है, जबकि श्रीराम मंदिर में विशेष प्रकार के दीपक जलाए जाएंगे। मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखने के लिए विशिष्ट दीपकों की व्यवस्था की गई है, जो लंबे समय तक प्रकाशमान रहेंगे।
सुगंधित फूलों से होग रही मंदिर की भव्य सजावट
इस दीपोत्सव में पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष(Ayodhya Deepotsav 2024) ध्यान दिया गया है। मंदिर भवन के ढांचे को धुएं की कालिख से बचाने के लिए परिसर में विशेष मोम के दीपक जलाए जाएंगे, जिससे कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम रहेगा। मंदिर ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दीपावली में अयोध्या सिर्फ धर्म और आस्था का केंद्र न हो, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी प्रदान करे।
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रात के 12 तक हो सकेंग दर्शन
दीपोत्सव की भव्यता को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने के उद्देश्य से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने यह निर्णय लिया है कि मंदिर को 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रात 12 बजे तक बाहरी दर्शन के लिए खोला जाएगा। श्रद्धालु गेट संख्या चार बी (लगेज स्कैनर प्वाइंट) से आधी रात तक मंदिर की भव्य सजावट का आनंद ले सकेंगे। यह दीपोत्सव न केवल आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश भी देगा, जिससे अयोध्या की दीपावली विश्वभर में विशेष स्थान प्राप्त करेगी।