Ayodhya gangrape: अयोध्या में भदरसा और खंडासा के बाद एक और गैंगरेप (Ayodhya gangrape) का मामला सामने आया है। पीड़िता ने सात नामजद और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना कैंट में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि पीड़िता ने 2 सितंबर को केस दर्ज कराया था और पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, बाकी की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।
अयोध्या में एक और गैंगरेप का मामला
पीड़िता के अनुसार, आरोपी उसके परिचित थे। उन्होंने उसे शहर के एक होटल और गैराज में बंधक बनाकर गैंगरेप किया। किसी तरह भागने के दौरान उसे चोट भी आई। उसका आरोप है कि वह कैंट थाने और महिला थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। उच्च अधिकारियों के पास जाने के बाद ही कैंट थाने में मामला दर्ज किया गया।
मामले में 5 आरोपी गिरफ्तार
पीड़िता ने बताया कि 14 अगस्त को आरोपी विनय का जन्मदिन था, वह उसे अपने साथ ले गया, जहां शिवा, वंश चौधरी, विनय और एक कार ड्राइवर भी मौजूद थे। उन्होंने उसे किसी होटल में जाने का दबाव डाला, लेकिन वह वहां से घर चली गई। फिर 16 अगस्त को वंश चौधरी, विनय और शारीक ने उसे घूमने के बहाने अंगूरी बाग स्थित एक गेस्ट हाउस ले गए, जहां उससे जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
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उसी रात वंश चौधरी और विनय ने उसे कैंट स्थित बनवीर पुर के गैराज में ले जाकर फिर से वंश चौधरी ने शारीरिक संबंध बनाए, जबकि शिवा ने नशे की हालत में उसके साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद शिवा और वंश चौधरी अपने घर चले गए, और उसे विनय के साथ छोड़ दिया।
पीड़िता ने मामले पर क्या बताया?
पीड़िता ने बताया कि 18 अगस्त की सुबह आरोपियों ने उसे देवकाली बाईपास पर छोड़ दिया। फिर 22 अगस्त को वंश चौधरी और विनय उसके पास आए और उसे लेकर थाना कैंट के मुमताज नगर स्थित एक होटल गए, लेकिन आधार कार्ड मांगे जाने के कारण वहां कुछ नहीं कर पाए। इसके बाद वे उसे कैंट थाना क्षेत्र के एक गैराज में ले गए, जहां सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया।