Ayodhya to Janakpur train service: भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या और माता सीता के पवित्र स्थल जनकपुर के बीच जल्द ही सीधी ट्रेन सेवा शुरू होने वाली है। भारत और नेपाल के बीच इस नियमित रेल सेवा को लेकर अंतिम दौर की बातचीत चल रही है। अयोध्या से गोरखपुर होते हुए जनकपुर तक सीधी ट्रेन चलाने पर दोनों देशों के रेलवे अधिकारियों के बीच मंथन जारी है।
इस ट्रेन को बिहार के मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और दरभंगा के रास्ते भी चलाने की संभावना पर विचार किया गया है। फिलहाल भारत और नेपाल के बीच मैत्री सेवा के तहत दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें संचालित हो रही हैं, लेकिन यह नई सेवा यात्रियों के लिए बड़ी सुविधा साबित होगी।
रेलवे अधिकारियों की बैठक में अहम फैसले
हाल ही में दिल्ली में भारतीय रेलवे और नेपाल रेलवे के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस नई रेल सेवा के रूट और संचालन से जुड़ी संभावनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में यह भी विचार किया गया कि भारतीय स्टेशनों से जनकपुर तक मेमू ट्रेन और मालगाड़ी भी चलाई जाए।
पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों देशों के अधिकारियों ने इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने पर सहमति जताई है। अब केवल औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी की जानी बाकी हैं।
रूट के दो विकल्पों पर विचार
रेलवे बोर्ड के ट्रैफिक विभाग ने अयोध्या-जनकपुर ट्रेन सेवा का संभावित शेड्यूल तैयार किया है, जिसे बैठक में प्रस्तुत किया गया। ट्रेन संचालन के लिए दो मुख्य रूट प्रस्तावित किए गए हैं:
पहला रूट: गोरखपुर से होते हुए मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, जयनगर और फिर जनकपुर तक।
दूसरा रूट: गोरखपुर से होते हुए नरकटियागंज, रक्सौल, दरभंगा और फिर जनकपुर तक।
इन दोनों विकल्पों पर विचार करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इस बैठक के बाद भारत और नेपाल के दूतावास स्तर पर भी इस परियोजना को लेकर बातचीत शुरू हो गई है।
जल्द मिलेगी बड़ी सौगात
इस नई ट्रेन सेवा से भारत और नेपाल के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन संबंध और मजबूत होंगे। खासतौर पर अयोध्या और जनकपुर के बीच यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को इससे बड़ी सुविधा मिलेगी।
जल्द ही दोनों देशों की सरकारें इस परियोजना पर अंतिम मुहर लगाएंगी, जिससे भगवान राम और माता सीता के भक्तों को एक बेहतर यात्रा सुविधा मिल सकेगी।