Azamgarh train patherav viral video: आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर रविवार की सुबह एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जब छपरा से लोकमान्य तिलक टर्मिनल जा रही ट्रेन पर पथराव किया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे हड़कंप मच गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन में काफी भीड़ थी, और जब ट्रेन प्लेटफार्म से रवाना हुई, तो कुछ लोग गुस्से में आकर उस पर पत्थर फेंकने लगे। गनीमत रही कि इस पथराव में किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन कुछ यात्री पत्थर लगने से डर गए थे। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है।
ट्रेन में भीड़ पथराव की वजह
घटना के अनुसार, छपरा-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस रविवार सुबह Azamgarh रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। उस समय ट्रेन में पहले से ही बड़ी संख्या में यात्री सवार थे, और स्टेशन पर भी कई लोग ट्रेन पकड़ने के लिए मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, कुछ यात्री जैसे-तैसे ट्रेन में चढ़ गए, जबकि अन्य यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने का मौका नहीं मिला। जब ट्रेन चलने लगी, तो प्लेटफार्म पर खड़े यात्री गुस्से में आ गए और उन्होंने ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया। Azamgarh पथराव की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पूरे मामले में और ज्यादा हलचल मच गई।
ट्रेन पर पथराव होते ही यात्रियों में डर फैल गया। गनीमत रही कि इस पथराव में कोई यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ, लेकिन कुछ यात्री पत्थर लगने से सहम गए थे। एक यात्री ने बताया कि अचानक पथराव से वह पूरी तरह से डर गए थे। इस घटना के बाद ट्रेन में तैनात सुपरवाइजर ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पिछले दिनों उठाया गया था मुद्दा
यह पहली बार नहीं है जब Azamgarh रेलवे स्टेशन पर भीड़ को लेकर समस्या उठी हो। हाल ही में आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने लोकसभा में रेल मंत्री से इस मुद्दे पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना काल के दौरान बंद पड़ी ट्रेन को फिर से चलाने की मांग की थी, क्योंकि यह ट्रेन आजमगढ़ से मुंबई जाती थी। इस पर संसद में चर्चा हुई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे।
पूर्वांचल से बड़ी संख्या में यात्री
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से रोजाना हजारों यात्री दिल्ली और मुंबई की यात्रा करते हैं। इस कारण यहां की ट्रेनें हमेशा भरी रहती हैं। बड़े पैमाने पर यात्री परिवारों के साथ यात्रा करते हैं, जिससे प्लेटफार्म पर भीड़ और असुविधा होती है। इस तरह की घटनाएं भीड़ और ट्रेन संचालन की समस्याओं को उजागर करती हैं।