लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बागपत में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने जिले में हुए सानिया हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। प्रेमी सागर के साथ हिमाचल में पकड़ी गई पलड़ा गांव की सानिया की हत्या उसके ताऊ मतलूब, चचेरे भाई सादिक और एक नाबालिग आरोपी ने मुंह और गला दबाकर की थी। इसमें नाबालिग आरोपी ने पैर पकड़े और ताऊ, चचेरे भाई ने मुंह एवं गला दबाकर मार डाला। जब आरोपी सानिया का मर्डर कर रहे थे, उस वक्त उसकी मां और पिता मौजूद थे। दोनों ने बेटी की जान बख्श देने की फरियाद की, लेकिन वह नहीं माने।
यूपी के बागपत के पलड़ा गांव निवासी सानिया की दोस्ती सागर से हो गई। दोनों एक-दूसरे से बात करते। कुछ दिन के बाद दोस्ती प्यार में बदल गई। सानिया और सागर एक-दूसरे के साथ शादी करना चाह रहे थे। लेकिन सानिया के परिवारवाले इसके खिलाफ थे। सानिया मुस्लिम थी और सागर हिन्दू। सानिया के परिवारवालों ने सानिया के घर से निकलने पर रोक लगा दी। 15 जुलाई की सानिया ने सागर को बुलाया और घर से भाग गई। सानिया और सागर बागपत से भागकर हिमाचल के ऊना जिले में अपना ठिकाना बना लिया। सानिया के भाग जानें के बाद उसके परिवारवालों ने तलाश शुरू की। तभी उन्हें दोनों के हिमाचल में होने की जानकारी मिली।
परिवार वालों भागकर ऊना पहुंचे और दोनों को पकड़कर जमकर पिटाई की। फिर गांव में नलकूप पर बंधक बनाकर पीटा। 23 जुलाई को परिवार वालों ने सानिया की हत्या कर शव को कब्रिस्तान में दबा दिया। उन्होंने ग्रामीणों को टीबी की बीमारी से उसकी मौत होने के बारे में बताया। सानिया की मौत पर सागर के परिवारवालों को शक हुआ तो वह एसपी के पास जाकर शिकायत दर्ज करवाई। एसपी ने पूरे मामले की जांच दोघट पुलिस को सौंपी। पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो हत्या का पता चला। पुलिस ने सानिया के ताऊ मतलूब, चचेरे भाई सादिक और एक नाबालिग से पूछताछ की तो उन्होंने गला और मुंह दबाकर हत्या करने की बात बताई।
उधर डीएम से अनुमति मिलने के बाद शनिवार की सुबह एसडीएम मनीष यादव, सीओ विजय कुमार पुलिस बल लेकर कब्रिस्तान में पहुंचे और शव निकलवाकर दो चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। पुलिस की जांच में पता चला कि सानिया के घर से जाने के बाद परिवार वालों ने उसकी हत्या की साजिश रच ली थी। इसमें मृतका का ताऊ मतलूब, उसका बेटा, चचेरा भाई सादिक, एक नाबालिग आरोपी, मुजफ्फरनगर जिले के सुन्ना गांव के दो रिश्तेदार, असारा गांव के दो रिश्तेदार भी शामिल रहे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हत्या के दौरान सानिया को बचाने के लिए पिता वलीस और उसकी पत्नी ने काफी प्रयास भी किया लेकिन आरोपियों ने उसे नहीं छोड़ा। मृतका की मां ने बताया कि हम सानिया की शादी सागर से कराना चाह रहे थे, लेकिन उसके ताऊ इसके खिलाफ थे। ताऊ के परिवारवालों ने सानिया की हत्या का प्लान बनाया। फिर उसे हमारे सामने मौत के घाट उतार दिया। वहीं सानिया हत्याकांड के खुलासे के बाद पूरे इलाके के लोग चकित हैं। लोगों का कहना है कि सानिया के ताऊ और उसका पूरा परिवार जिहादी सोच का था। वह ग्रामीणों से मिलते भी नहीं थे। हिन्दू त्योहारों में खुद को अलग रखते थे।