Banda harassment: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में पुलिस महकमे से रिटायर एक दरोगा की शर्मनाक करतूत सामने आई है। खेत से लौट रही महिला को बीच रास्ते में रोककर उसने गाल चूमे, प्राइवेट पार्ट्स में हाथ लगाए और विरोध करने पर कपड़े फाड़कर अर्धनग्न कर दिया। मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। Banda थाने ने कार्रवाई की बजाय महिला का चालान कर दिया। रसूख के आगे पुलिस भी झुक गई। मजबूरन पीड़िता को न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। कोर्ट के आदेश के बाद एफआईआर दर्ज हो सकी।
खेत से लौटते समय घेरकर की अश्लीलता
पीड़िता ने बताया कि 4 अप्रैल की शाम करीब साढ़े सात बजे वह खेत से फसल काटकर घर लौट रही थी। तभी जखनी गांव के रामसजीवन पांडेय, जो पुलिस से रिटायर है, ने उसे भवानीदाई मंदिर के पास पीपल के पेड़ के नीचे रोका। उसके साथ दो और लोग भी मौजूद थे। रिटायर दरोगा ने पहले गाल चूमे, फिर अश्लील हरकतें करते हुए महिला के प्राइवेट पार्ट्स में हाथ लगाए। विरोध करने पर धमकाया और कपड़े फाड़कर मारपीट की।
सरेआम बेइज्जती और गहना छीना
महिला ने बताया कि आरोपी ने मारपीट करते हुए उसकी गले की सोने की गुरिया वाली माला भी छीन ली। कपड़े फाड़ दिए जिससे वह अर्धनग्न हो गई। सरेराह मारपीट की घटना कई लोगों ने देखी लेकिन आरोपी के डर से कोई मदद को आगे नहीं आया। जब कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाई तो आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गया।
थाने ने पीड़िता की जगह उसी का चालान काटा
पीड़िता ने घटना के तुरंत बाद गिरवां थाने में शिकायती पत्र दिया, लेकिन Banda पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा पीड़िता पर ही झूठा चालान कर दिया गया। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने रिटायर दरोगा के रसूख के चलते मामले को दबा दिया और महिला को डराने की कोशिश की।
कोर्ट से मिला न्याय, अब दर्ज हुई एफआईआर
जब Banda थाने से न्याय नहीं मिला तो महिला ने एसडीएम कोर्ट का रुख किया। कोर्ट के आदेश पर अब जाकर आरोपी रिटायर पुलिसकर्मी रामसजीवन पांडेय के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं और पीड़िता को अभी भी इंसाफ का इंतजार है।