आज इसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे… Banda में ट्रांसफार्मर बदलने की मांग पर बवाल, पुलिस पर पथराव और कांस्टेबल की जान लेने की कोशिश

बांदा के पैलानी थाना क्षेत्र में ट्रांसफार्मर बदलने की मांग को लेकर जाम के दौरान बवाल मच गया। पुलिस पर पथराव, हाथापाई और कांस्टेबल को डुबोकर मारने की कोशिश की गई। सात नामजद समेत 60 अज्ञात पर केस दर्ज।

Banda

Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के पैलानी थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम उस समय हालात बेकाबू हो गए जब ग्रामीणों ने फुंके हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगाया। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस पर भीड़ भड़क गई और पथराव कर दिया। इस दौरान थाना प्रभारी से हाथापाई हुई और उनका हाथ मरोड़ दिया गया। वहीं, कांस्टेबल सत्येंद्र को पकड़कर भीड़ ने पानी भरे ड्रम में डुबोकर मारने की कोशिश की और चिल्लाए — “आज इसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।” समय रहते पुलिसकर्मियों ने उसकी जान बचाई, लेकिन वह अचेत हो गया। हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त फोर्स तैनात करनी पड़ी।

ग्रामीणों का ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर हंगामा

जानकारी के मुताबिक, पैलानी थाना क्षेत्र Banda के कुशवाहा डेरा में एक माह से ट्रांसफार्मर खराब पड़ा है। ग्रामीणों की परेशानियों के बावजूद नया ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया, जिससे नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार शाम हमीरपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। सड़क पर कील, लकड़ी और पेड़ की डालियां डालकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया गया। जाम की वजह से रोडवेज बस, निजी वाहन और यहां तक कि एंबुलेंस तक फंस गए। तेज धूप और गर्मी में महिलाएं व बच्चे घंटों तक परेशान रहे।

पुलिस पर हमला और कांस्टेबल की जान लेने की कोशिश

जाम खुलवाने पहुंची पुलिस को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। जैसे ही थाना प्रभारी सुखराम सिंह ने लोगों से रास्ता खाली करने की अपील की, भीड़ उग्र हो गई। सरकार, बिजली विभाग Banda और Banda पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसी बीच पवन कुशवाहा, हरिशंकर, हरिओम, बउवा और पप्पू कुशवाहा समेत कुछ लोगों ने कांस्टेबल सत्येंद्र को पकड़ लिया और पानी भरे ड्रम में उसका सिर डुबो दिया। भीड़ में से आवाज आई — “आज इसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे।” समय रहते पुलिसकर्मियों ने कांस्टेबल को बचा लिया, लेकिन वह बेहोश हो गया।

सरकारी गाड़ियां क्षतिग्रस्त, दर्ज हुआ मुकदमा

Banda पुलिस का कहना है कि पथराव में थाना की सरकारी गाड़ी व रोडवेज बस क्षतिग्रस्त हो गई। इंस्पेक्टर के हाथ में चोट आई और कांस्टेबल सत्येंद्र के सिर, गर्दन और हाथ में गंभीर चोटें आईं। भीड़ लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी लेकर आई थी। हालात बेकाबू होते देख अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और कड़ी मशक्कत के बाद जाम हटवाया गया।

एएसपी ने दी जानकारी, सात नामजद समेत 60 अज्ञात पर केस

एएसपी शिवराज ने बताया कि जाम के दौरान शरारती तत्वों ने महिलाओं और बच्चों को आगे बैठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। फिलहाल सात नामजद आरोपियों और 60 अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास, दंगा, सरकारी कार्य में बाधा समेत 12 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है।

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