कानपुर। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों…! इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है कि गंगा के किनारे बसे कानपुर शहर के एक छोरे ने। जिसने बचपन से कुछ कर गुजरने का सपना देखा। धुन ऐसी की जब लोग रात को सोते तो उस वक्त सड़क पर स्टंप लगाकर मोहल्ले के लड़कों के साथ पसीना बहाता। पुलिस कांस्टेबल पिता को बेटे का जज्बा पसंद आया और उन्होंने अपना सबकुछ दांव पर लगाकर उसका क्रिकेट की नर्सरी में दाखिला करा दिया। मेहनत रंग लाई और वर्दीधारी के बेटे की बैटिंग बीसीसीआई को पसंद आई और तत्काल उसका चयन टीम इंडिया के लिए हो गया।
हां हम बात कर रहे कानपुर के युवा क्रिकेटर अमन चौहान की। जिनका जन्म संगमनगरी प्रयागराज में हुआ। इसी धरती से मोहम्मद कैफ भी निकलते हैं। क्रिकेट से बेइंतहा प्यार के चलते कैफ प्रयागराज छोड़कर कानपुर आते हैं और फिर बल्ले से ऐसी गदर काटते हैं कि उनका चयन टीम इंडिया में हो जाता। इसी कानपुर शहर से कुलदीप यादव भी निकले, जो अपनी चाइनामैन गेंदबाजी से बैटर्स को नागिन डांस करवाते हैं। अमन की भी कहानी मोहम्मद कैफ और कुलदीप यादव से मिलती जुलती है। क्रिकेट के लिए अमन को भी अपना शहर छोड़ना पड़ा। कांस्टेबल पिता को भी बेटे के साथ ग्रीनपार्क के बाहर डेरा डालना पड़ा। पिता-पुत्र की मेहनत रंग लाई और बीसीसीआई की तरफ से एक फोन आया। जिसके बाद पूरा परिवार गदगद हो गया।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गुरुवार को आस्ट्रेलिया के साथ होने वाली तीन एकदिवसीय और दो चार दिवसीय मैचों की सीरीज के लिए भारतीय अंडर-19 टीम घोषित की। इसमें कानपुर के बल्लेबाज अमन चौहान को भी स्थान मिला है। भारत का आस्ट्रेलिया दौरा 21 सितंबर से सात अक्तूबर तक रहेगा। भारतीय टीम में चुने जाने से खुश अमन ने बताया कि बुधवार रात को एक दोस्त ने उन्हें फोन कर अंडर-19 टीम में चुने जाने की जानकारी दी। इसके बाद में बीसीसीआई की वेब साइट पर टीम सूची देखने के बाद इसका पता चला। अमन ने बताया कि इस वर्ष कूच बिहार ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन अच्छा था लेकिन यह नहीं पता था कि वह भारतीय टीम में चयनित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड दौरे में भारतीय अंडर-19 टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है।
अमन ने कहा टीम के कप्तान आयुष समेत टॉप आर्डर का प्रदर्शन बेहतर है। इसलिए मैं मिडिल आर्डर में अपना स्थान बनाने का प्रयास करूंगा। मेरी प्राथमिकता लंबी पारी खेलने व टीम के लिए बड़ा स्कोर बनाना है। मेरा लक्ष्य अगले वर्ष जिम्बाब्वे और नामीबिया में होने वाले आईसीसी अंडर-19 विश्वकप के लिए भारतीय टीम में अपना स्थान बनाना है। अमन के टीम इंडिया में चयन होने पर गुरुवार को क्राइस्ट चर्च मैदान में साथी खिलाड़ियों ने उन्हें माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। यहां अमन व उनके पिता ने यूपीसीए व केसीए की तारीफ की। कहा कि यूपीसीए के पूर्व सचिव राजीव शुक्ला और केसीए के चेयरमैन संजय कपूर शहर व प्रदेश में क्रिकेट को बढ़ावा दे रहे हैं। यूपी टी-20 लीग व केपीएल से युवाओं को प्रतिभा दिखाने के लिए बड़ा प्लेटफार्म मिलता है।
अमन ने अपने छोटे से क्रिकेट कॅरियर में जबरदस्त बैटिंग की। इस वर्ष कूच बिहार ट्रॉफी में अमन राजस्थान के खिलाफ पहली पारी में 70 व दूसरी में 100 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच बने थे। उन्होंने विदर्भ के खिलाफ 88 व 44 तथा गुजरात के खिलाफ 117 रनों की शानदार पारी खेली थी। अमन के पिता मूलरूप से प्रयागराज निवासी अजय चौहान शहर स्थित पुलिस लाइंस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। उन्होंने अमन को ग्रीनपार्क में छह साल की उम्र में कोच अरविंद सोलंकी के पास प्रशिक्षण के लिए भेजा था। खुद अंडर-19 विश्व कप खेल चुके सोलंकी वर्तमान में क्राइस्ट चर्च कॉलेज ग्राउंड में एकेडमी चला रहे हैं, जहां से प्रशिक्षण लेकर अमन ने भारतीय टीम में स्थान बनाया। अमन के पिता ने बताया कि जब उनकी पोसि्ंटग वाराणसी में थी, तब वहीं पर बेटे का जन्म हुआ। मां सोनिया सिंह भी अमन को पूरा सपोर्ट करती हैं।