Mayawati Meet Satish Yadav BSP MLA: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख Mayawati ने नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में बिहार के नवनिर्वाचित और पार्टी के इकलौते विधायक सतीश कुमार सिंह यादव से औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान, विधायक यादव ने रामगढ़ सीट पर 30 वोटों के करीबी अंतर से जीत हासिल करने के लिए पार्टी सुप्रीमो का आभार व्यक्त किया। मुलाकात के बाद की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है, जिसमें विधायक यादव घुटनों के बल बैठकर Mayawati से आशीर्वाद लेते दिख रहे हैं। इस भावनात्मक तस्वीर ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। इस मुलाकात से पहले, बुधवार को हुई समीक्षा बैठक में बिहार इकाई सहित अन्य राज्यों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया, जहां 14 नवंबर को मतगणना के दौरान हुई हिंसा और बीएसपी कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुई FIR पर गहन चर्चा हुई।

दिल्ली कार्यालय में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक
बुधवार को बहुजन समाज पार्टी के नई दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में बिहार प्रदेश यूनिट के साथ-साथ झारखंड, महाराष्ट्र, उड़ीसा और गुजरात सहित कई राज्यों के पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व मुख्यमंत्री Mayawati ने की। इसमें बिहार के नवनिर्वाचित विधायक सतीश यादव, राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, प्रदेश प्रभारी कुमार पटेल, और बिहार प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो जैसे वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
मतगणना के दिन हुई हिंसा और FIR पर विमर्श
बैठक में 14 नवंबर को बिहार में मतगणना के दिन हुई हिंसा पर विस्तार से चर्चा की गई। समीक्षा में यह बात सामने आई कि विरोधी दलों के असामाजिक तत्वों ने मतगणना केंद्र के बाहर उपद्रव किया, जिसमें बसपा विधायक की गाड़ी सहित प्रशासनिक वाहनों को भी नुकसान पहुँचाया गया। हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस ने रात में लाठीचार्ज किया, जिसमें बीएसपी के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।
पदाधिकारियों ने यह आरोप लगाया कि पुलिस ने शासन के दबाव में बीएसपी के लगभग 250 कार्यकर्ताओं और 1000 अज्ञात लोगों पर अनेक FIR दर्ज की हैं। पार्टी ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए कहा है कि पुलिस सिर्फ बीएसपी कार्यकर्ताओं को ही निशाना बना रही है।
बीएसपी की निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग
बैठक में मुख्य रूप से बिहार चुनाव को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए। बीएसपी नेतृत्व ने स्पष्ट रूप से मांग की है कि मतगणना दिवस की हिंसा की निष्पक्ष जांच हो और जांच पूरी होने तक किसी भी बीएसपी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी न की जाए। पार्टी ने पुलिस कार्रवाई में भेदभावपूर्ण रवैया बंद करने की मांग की है।
बीएसपी नेतृत्व ने साफ संकेत दिया है कि यदि जरूरत पड़ी तो पार्टी इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाएगी और संगठन को मजबूत करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। मायावती ने भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से इस महत्वपूर्ण बैठक की जानकारी साझा की।


