लखनऊ ऑनलाइन डेस्क।CM Yogi Adityanath’s plan regarding Milkipur seat लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी अयोध्या सीट हार गई थी। यहां से मिल्कीपुर से विधायक चुने गए सपा के अवधेश प्रसाद ने अखिलेश यादव की साइकिल का दौड़ाकर इतिहास रच दिया था। ऐसे में बीजेपी अयोध्या सीट पर मिली हार का बदला लेने की तैयारी में जुट गई है। सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव की बागडोर खुद संभाली हुई है। मिल्कीपुर पर कमल का फूल खिलाने को लेकर ‘महाराज जी’ ने अपने कैबिनेट के छह मंत्रियों को टास्क दिया है। इनके अलावा पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को भी मैदान पर उतारा गया है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार अयोध्या का दौरा कर मीटिंग दर मीटिंग कर रहे हैं और मंत्रियों के साथ ही पदाधिकारियों को जीत का मंत्र बता रहे हैं।
6 मंत्रियों को सौंपा टॉस्क
उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव हुए। सात पर बीजेपी ने जीत दर्ज की, जबकि दो सीट सपा के खाते में आई थीं। उस वक्त मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव नहीं हुए। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही यहां उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो सकता है। ऐसे में बीजेपी इसबार सपा के गढ़ पर कब्जे को लेकर फुल एक्टिव है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर फतह करने के लिए छह मंत्रियों की टीम को उतार दिया है। साथ ही बुथ से लेकर जिलास्तर के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को भी टॉस्क सौंपा गया है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या का दौरा कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देने के साथ उनकी हौफलाजाई कर रहे हैं। बीजेपी ने जिस तरह से मिल्कीपुर को लेकर प्लान बनाया है, उसे देख विपक्षी दलों के अंदर हलचल बढ़ा दी है।
इन मंत्रियों को सौंपा टॉस्क
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही के अलावा जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर, आयुष एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्रा दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह व सतीश शर्मा को जीत का टॉस्क दिया है। इन 6 मंत्रियों के अलावा सीएम योगी और दोनों उप मुख्यमंत्री भी लगातार इस विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों के साथ बैठक भी की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, टोली बनाकर जनता से सीधा संवाद और जनसंपर्क करते रहें। सीएम ने सभी मंत्रियों को हर बूथ से लेकर गांव-गांव जाकर जनता से संवाद और संपर्क करने और सरकार की नीतियों के बारे में समझाने को कहा है।
पूरी ताकत से जुटी बीजेपी
दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर सपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद अयोध्या सीट सांसद चुन लिए गए हैं। इस जीत को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऐसे में बीजेपी अब मिल्कीपुर सीट पर कब्जा करने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट के तहत अपनी तैयारी में जुटी है। इस सीट को जीतने को लेकर बीजेपी के संजीदगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में एक-एक सीट पर तीन-तीन मंत्रियों की टीम को कमान सौंपी गई थी। जबकि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री ने भी दो-दो सीटों की जिम्मेदारी संभाली थी।
सीएम योगी कर रहे लगातार दौरे
सीएम योगी आदित्यनाथ बीते 15 दिन में 3 बार मिल्कीपुर का दौरा कर चुके हैं। शनिवार को वह कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने के लिए अयोध्या के मिल्कीपुर में थे। लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद सीएम योगी का मिल्कीपुर का यह पांचवा दौरा था। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कार्यकर्ताओं और ग्राम प्रधानों से सीएम योगी ने बातचीत की और उनके मन को टटोला। कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान सीएम योगी ने उन्हें जीत का मंत्र भी दिया। सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए कि वे सभी मतदाताओं के संपर्क में रहें और अपनी योजनाओं का बखान भी करते रहें।
हार की टीस
मुख्य विपक्षी दल सपा से जहां सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद प्रबल दावेदार बताए जा रहे तो बीजेपी से लगभग दो दर्जन दावेदार सामने आ चुके हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार की टीस बीजेपी मिल्कीपुर उप चुनाव जीत कर कम करना चाह रही है। इसी कारण पार्टी ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। रामनगरी की विधानसभा सीट होने के नाते पार्टी आलाकमान भी यह सीट हर हाल में जीतना चाहता है। जानकार बताते हैं कि सीएम योगी ने जिन मंत्रियों को यहां का जिम्मा सौंपा है, उन सभी की यहां पर अच्छी पकड़ बताई जाती है। मिल्कीपुर में सबसे ज्यादा दलित वोटर्स हैं, जो जीत-हार में अहम रोल निभाते हैं। सबसे ज्यादा पासी समाज के मतदाता हैं, जो लोकसभा चुनाव के वक्त सपा के साथ चले गए थे।
2022 में यहां से जीती थी सपा
बता दें कि 2022 चुनाव में बीजेपी मिल्कीपुर सीट हार गई थी। सपा कैंडिडेट अवधेश प्रसाद ने बीजेपी उम्मीदवार गोरखनाथ बाबा को करीब 13 हजार वोटों से चुनाव हरा दिया था, जबकि 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कमल का फूल खिला दिया था। बाबा गोरखनाथ विधायक बने थे। सपा के अवधेश प्रसाद दूसरे नंबर पर आए थे। उन्हें सिर्फ 58,684 वोट मिले थे। 2012 में सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। 2007 में बसपा के आनंद सेन ने जीत दर्ज की थी। वहीं, उपचुनाव के नतीजे से गदगद बीजेपी इस बार भी बाबा गोरखनाथ पर दांव लगा सकती है। फिलहाल चुनाव की तारीखों का एलान अभी नहीं हुआ है। चुनाव आयोग कभी भी चुनाव की तारीख घोषित कर सकता है।