“बटेंगे तो कटेंगे” वाले बयान में उतरी मायावती, दिया नया नारा, जानिए क्या?

बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी चुनावों में बीजेपी और सपा के नारों का जवाब देते हुए 'बीएसपी से जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और सुरक्षित रहेंगे' का नारा दिया। उन्होंने कहा कि विरोधी दलों की नारेबाजी जनता को गुमराह करने के लिए है और बसपा का समर्थन ही सही विकल्प है।

Mayawati

Mayawati: बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के हालिया नारों का जवाब देते हुए अपना नया नारा पेश किया है—’बीएसपी से जुड़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे और सुरक्षित रहेंगे’। उन्होंने कहा कि इन विरोधी पार्टियों की नारेबाजी का मकसद केवल जनता को गुमराह करना है। उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर हो रहे विधानसभा चुनावों को लेकर बसपा अकेले मैदान में है, जिससे बीजेपी और सपा के बीच बेचैनी देखी जा रही है। मायावती ने जनता से अपील की कि वे सपा और बीजेपी के छलावे से सावधान रहें और बसपा के पक्ष में ही वोट करें। महाराष्ट्र और झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनावों में भी उन्होंने बीएसपी के लिए समर्थन की अपील की है।

सपा-बीजेपी के नारों का Mayawati का पलटवार

Mayawati ने बीजेपी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और सपा के ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ नारों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये नारे केवल जनता का ध्यान भटकाने के लिए हैं। उनका कहना था कि विरोधी पार्टियां अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए नारेबाजी कर रही हैं और जनता को भ्रमित कर रही हैं। बसपा प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि जनता इन दलों की छलावे भरी राजनीति से सावधान रहे और बसपा के नारे के पीछे की सच्चाई को समझे।

बसपा के मैदान में उतरने से बढ़ी हलचल

Mayawati ने दावा किया कि जब से नौ सीटों पर विधानसभा चुनावों की घोषणा हुई और बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया, तब से बीजेपी और सपा की बेचैनी बढ़ गई है। उनका कहना था कि बसपा ने हाल के कई उपचुनावों में भाग नहीं लिया था, लेकिन इस बार पार्टी पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि सपा की सरकारों के दौरान गुंडागर्दी का बोलबाला था और बीजेपी केवल अपनी छवि बनाने में लगी रही।

महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव पर टिप्पणी

मायावती ने महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी और कांग्रेस का गठबंधन अभी तक घोषणापत्र जारी नहीं कर पाया है, क्योंकि वे पिछले वादों को पूरा करने में नाकाम रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक और हिमाचल में भी चुनावी वादों को लागू नहीं किया गया। इसके अलावा, उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकारें इस विषय पर ठोस कदम उठाने में असमर्थ रही हैं। महाराष्ट्र में एक सांसद द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी का उदाहरण देते हुए उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग की।

मायावती ने जनता से अपील की कि वे विरोधी दलों के वादों और झूठे नारों से भ्रमित न हों और केवल बीएसपी को समर्थन दें।

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