Badaun में छात्रों ने पार की हद, बोतल में पेशाब मिलाने के आरोप पर गरमाया माहौल

बदायूं के एक हायर सेकेंडरी स्कूल में एक छात्रा की पानी की बोतल में तीन छात्रों द्वारा कथित तौर पर पेशाब मिलाए जाने का सनसनीखेज आरोप लगा है। इस मामले को लेकर स्कूल में तनाव की स्थिति बन गई है। पुलिस ने तीन अज्ञात छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, साथ ही स्कूल के टॉयलेट से मिले आपत्तिजनक स्लोगन को भी हटवा दिया गया है।

Badaun

Badaun school: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के कस्बा उसैहत स्थित एक हायर सेकेंडरी स्कूल में एक गंभीर घटना सामने आई है। स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा की पानी की बोतल में कथित तौर पर दूसरे समुदाय के तीन छात्रों द्वारा पेशाब मिलाने का आरोप लगा है। इस मामले ने तूल तब पकड़ा जब शनिवार को छात्रा के परिजन और करणी सेना के कार्यकर्ता स्कूल पहुँचे और प्रिंसिपल से शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी छात्रों ने छात्रा के साथ अभद्र व्यवहार भी किया था, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने इस संबंध में तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और विवेचना शुरू कर दी है। डीआईओएस ने भी मामले की शिकायत मिलने पर जांच का आश्वासन दिया है।

स्कूल में हुआ हंगामा, पुलिस मौके पर

Badaun छात्रा के परिजन और करणी सेना के सदस्य शिव गुप्ता ने Badaun स्कूल प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। उनका कहना था कि शिकायत के बावजूद स्कूल ने कोई एक्शन नहीं लिया, जिसके बाद पुलिस को तहरीर दी गई। इस घटना को लेकर स्कूल परिसर में काफी देर तक हंगामा चलता रहा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दोनों पक्षों को थाने ले आई, जहाँ दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी तहरीर दी।

स्कूल प्रबंधन ने भी दर्ज कराई शिकायत

इस पूरे विवाद में स्कूल प्रबंधन की तरफ से भी पुलिस को एक तहरीर दी गई है। प्रबंधक का कहना है कि करणी सेना के सदस्य शिव गुप्ता लगभग 100 से ज़्यादा लोगों के साथ स्कूल पहुँचे और उन्होंने छात्र तथा स्टाफ के साथ अभद्रता की।

Badaun पुलिस और डीआईओएस का बयान

एसओ जय पाल सिंह ने बताया कि मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि स्कूल के टॉयलेट में कुछ आपत्तिजनक स्लोगन मिले थे, जिन्हें तुरंत पुतवा दिया गया है। सीओ उझानी डॉ. देवेंद्र पचौरी ने स्पष्ट किया कि मामले की जांच अभी जारी है, और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डीआईओएस लालजी यादव ने कहा कि उन्हें मीडिया से इस घटना की जानकारी मिली है, और शिकायत मिलने पर वह भी मामले की जांच करवाएँगे।

उत्तर प्रदेश में लागू हुए नए श्रम कानून: श्रमिकों को मिली बेहतर सुरक्षा और अधिकार

Exit mobile version