CEC Impeachment Motion: लोकसभा चुनावों के बाद विपक्ष और चुनाव आयोग के बीच टकराव थमता नजर नहीं आ रहा है। वोट चोरी के आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस समेत INDIA गठबंधन ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं और अब विपक्ष मुख्य चुनाव आयुक्त CEC ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी नेताओं की एक अहम बैठक में इस पर चर्चा हुई है, हालांकि अंतिम फैसला होना बाकी है। दूसरी ओर, CEC चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार बताया है और मतदाताओं से लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की है। यह विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है।
विपक्ष का रुख सख्त
चुनाव आयोग और विपक्ष के बीच SIR प्रक्रिया को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। बिहार में इस प्रक्रिया के दौरान करीब 65 लाख नाम मतदाता सूची से हटाए जाने पर विपक्ष ने जमकर विरोध जताया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग दोनों पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि “बीजेपी वोट चोर है और आयोग उसका साथ दे रहा है।” इसी पृष्ठभूमि में विपक्ष अब मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। इस पर चर्चा हुई है, लेकिन औपचारिक फैसला नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग का पलटवार
आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के दावों को सिरे से खारिज कर दिया। आयोग ने कहा कि “वोट चोरी” का आरोप पूरी तरह झूठा है और इससे न तो आयोग डरता है और न ही देश का मतदाता। साथ ही आयोग ने जनता से अपील की कि वे बिना किसी भय के अपने मतदान के अधिकार का इस्तेमाल करें। इससे पहले आयोग ने राहुल गांधी से सबूत प्रस्तुत करने को भी कहा था।
सुप्रीम कोर्ट की दखल और नई सियासी जंग
बिहार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को आदेश दिया था कि जिन 65 लाख नामों को हटाया गया, उनकी पूरी सूची सार्वजनिक की जाए। आयोग ने कोर्ट के निर्देश पर नामों को वेबसाइट पर डाल दिया। इस बीच, विपक्ष का हमला और तेज हो गया है।
सियासी हलचल के बीच उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियां भी तेज हैं। एनडीए ने महाराष्ट्र के गवर्नर सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि INDIA गठबंधन सोमवार शाम तक फोन कॉल या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना उम्मीदवार तय कर सकता है।