लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। वक्फ के नाम पर हजारों एकड़ जमीन कब्जा की गई है। वक्फ के पास उसका कोई राजस्व रिकॉर्ड नहीं है। अब जब कार्रवाई हो रही है तो कुछ लोग हिंसा भड़का रहे हैं। पश्चिम बंगाल में घर से घसीटकर तीन हिंदुओं की हत्या कर दी गई। यूपी में आज जो लोग दलित हितैषी होने की बात कहते हैं। इन्हीं के पार्टियों से जुड़े लोगों ने गरीब, वंचितों और दलितों की सबसे ज्यादा जमीनें कब्जा की हैं। बीजेपी हर हिन्दू की रक्षा करना चाहती है, इसलिए सिटीजनशिप एक्ट बनाया। पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आए हिन्दू को भारत की नागरिकता मिले। ये बातें रविवार को बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर सम्मान अभियान के तहत प्रदेश कार्यशाला आयोजित की गई एक जनसभा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कही।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर का अंतिम संस्कार दिल्ली में नहीं होने दिया था। इस पुरानी पार्टी ने भारतीय संविधान के निर्माता का स्मारक बनाने से मना कर दिया था। इन्हीं लोगों ने बाबा साहब आंबेडकर को चुनाव हारने दिया। उनके ’महा परिनिर्वाण’ के बाद स्मारक भी नहीं बनने दिया। केंद्र पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी तो बाबा साहब के सपनों के पूरा किए जाने का काम शुरू हुआ। केंद्र और प्रदेश सरकार बिना भेदभाव के सभी का विकास कर रही है। जबकि विपक्षी दल सिर्फ लोगों को जातियों में बांटकर, गुमराह कर हिंसा फैलाने का कृत्य कर रहे हैं। वक्फ के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। हिंसा करवाई जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान मुर्शिदाबाद हिंसा का मुद्दा भी उठाया। सीएम योगी ने कहा कि वक्फ के नाम पर जमीन लूटी गई, लाखों एकड़ जमीन पर कब्जा किया। उन्होंने कहा कि हमें आश्चर्य होता है कि यह (पश्चिम बंगाल) वही राज्य और देश है, जहां वक्फ के नाम पर लाखों एकड़ जमीनों पर जबरन कब्जा किया गया था। अब जब वक्फ संशोधन विधेयक संसद में पारित हुआ है और इस पर कार्रवाई की जा रही है, तो इसके खिलाफ हिंसा भड़काई जा रही है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 3 हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई है। उनके घरों से बाहर खींचकर, उनकी हत्या की गई है। ये कौन लोग हैं? ये वहीं दलित, वंचित और गरीब हिंदू हैं, जिन्हें इस जमीन का सर्वाधिक लाभ मिलने वाला है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वक्फ संशोधन में भी ये लोग वहीं हिंसा कर रहे हैं, धमकी दी जा रही है, अव्यवस्था पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि इन्हें भय है कि लैंड अगर राजस्व के खाते में वापस आएगी तो गरीबों को मिलेगी। अस्पताल बनेंगे, मेडिकल कॉलेज, शिश्रा के अच्छे केंद्र बनेंगे। गरीबों और वंचितों को वहां पढ़ने के अच्छे अवसर मिलेंगे। इसलिए ये लोग इसे आगे नहीं बढ़ाने दे रहे। बंगाल की सरकार दंगाईयों से निपटने में नाकाम रही। ममता बनर्जी अगर चाहती तो हिन्दुओं की हत्या रूक सकती है। पर ऐसा नहीं हुआ। बंगाल में हालात खराब हैं। खुद सरकार के मंत्री लोगों को वक्फ के नाम पर फड़का रहे हैं। मुख्यमंत्री भी बयानबाजी कर रही हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 3 साल पहले राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व क्ळच् बृजलाल ने एक पुस्तक लिखी थी। वह पुस्तक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और आजादी के समय 2 महान दलित योद्धाओं के तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित थी। एक तरफ बाबा साहब भीमराव अंबेडकर थे और दूसरी तरफ थे योगेंद्र नाथ मंडल… योगेंद्र नाथ मंडल ने पाकिस्तान का समर्थन किया था लेकिन वे एक वर्ष भी वहां नहीं रह पाए थे। योगेंद्र नाथ मंडल के कृत्यों की सजा आज भी बांग्लादेशी हिंदू भुगत रहे हैं। बांग्लादेश में रहने वाले सभी प्रताड़ित और पीड़ित हिंदू दलित हैं। कांग्रेस, सपा और टीएमसी में से किसी राजनीतिक दल ने उनके(बांग्लादेशी हिंदू) पक्ष में आवाज नहीं उठाई थी। उनके हक में आवाज केवल बीजेपी ने उठाई।
बता दें, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी। इसमें अबतक 3 लोगों की मौत हुई है। बंगाल पुलिस ने मामले में 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया। मुर्शिदाबाद में धारा 163 लागू कर दी गई है। पुलिस के अलावा अर्धसैनिकबलों के जवानों को तैनात किया गया है। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है।