लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। हां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ऐसे ही हैं। वह घुमाफिरा कर बात नहीं करते। सीधे बोलते हैं और सीधे ही आक्रांताओं को जुबान के जरिए ठोकते भी हैं। अगर बात राष्ट्रवाद और क्रांतिकारियों की हो तो वह फ्रंटफुट पर आकर बैटिंग करते हैं। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ बहराइच पहुंचे और महाराजा सुहेलदेव की धरती से गरजे। सीएम योगी ने गाजी मिया की बारात की जिक्र किया। बरातियों के नाम गिनाए और जिन्ना को लेकर बड़ा खुलासा किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ मंगलवार को महाराजा सुहेलदेव के स्मारक का उद्घाटन किया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा जब बीजेपी सरदार पटेल के जयंती को पूरे प्रदेश और देश में बनाती है, तब समाजवादी पार्टी जिन्ना का गुणगान करती है। जब हम महाराजा सुहेलदेव के विजयउत्सव को मनाने की बात करते थे तो कांग्रेस और सपा कहती थी कि गाजी मिंया का विवाह होना चाहिए। मैं धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने गाजी के नाम पर होने वाले आयोजनों को बंद करा दिया है। अब यूपी में गाजी मिया की बारात नहीं निकलती। हां अब महाराजा सुहेलदेव का मेला लगता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव को जो सम्मान मिलने चाहिए वो नहीं मिला। डबल इंजन के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने संकल्प लिया था, और मुझे प्रसन्नता कि प्रधानमंत्री मोदी के विरासत और विकास की नीति को आगे बढ़ाते हुए मूर्ति का अनावरण हो रहा है। बहराइच के मेडिकल कॉलेज का नाम पर सुहेलदेव के नाम पर रखा गया है। आजमगढ़ के विश्वविद्यालय का नाम महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखा है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम महापुरुषों के प्रति सम्मान में क्या होना चाहिए उसकी अभिव्यक्ति है। मैंने कहा था विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन बंद होना चाहिए और राष्ट्रनायकों का सम्मान होना चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 1,000 साल पहले इस प्रकार के शौर्य और पराक्रम की गाथा को सच कर के दिखाया था। 10 जून 1934 को महाराजा सुहेलदेव ने एक विदेशी आक्रांता गजनी से चला था भारत को लूटने के लिए 3 लाख की सेना लेकर चला। सीएम ने कहा कि उस विदेशी आक्रांता को रोकने की युक्ति महाराज सुहेलदेव ने अपनी कूटनीति के नाते बड़ी प्रखरता के साथ, मथुरा से लेकर बहराइच तक इनकी बाधाएं खड़ी की। यहां पहुंचते पहुंचते उसकी आधी सेना समाप्त हो चुकी थी। और जब वह महाराजा सुहेलदेव के सामने पड़ा तो महाराजा सुहेलदेव ने कुल 20 से 25 हजार के साथ उन विदेशी आक्रांताओं को गाजर-मूली की तरह काट दिया। गजनी को ऐसा पीटा कि वह फिर कभी बहराइच की तरफ देखने की जुर्रत नहीं कर सका।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, सालार मसूद जिंदा पकड़ा गया और उसको सजा भी ऐसी हुई जो इस्लाम के अनुसार जहन्नुम में जाने की गारंटी देता है। सीएम ने कहा कि इतिहास ने भले ही उनके साथ नाइंसाफी की है लेकिन डबल इंजन की सरकार नाइंसाफी नहीं होने देगी। जिन लोगों ने इस युद्ध में भाग लिया था धर्म और धऱा को बचाने का काम किया था उन लोगों को वंचित कर दिया गया, उन्हें बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया गया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने क्या किया। महाराज सुहेलदेव के नाम पर ये स्मारक पहले क्यों नहीं बन पाया। क्योंकि वोट बैंक कि तो चिंता थी, लेकिन महापुरुषों का नाम कहीं रख देंगे। कहीं तुष्टिकरण की नीति फेल न हो जाए और मुस्लिम वोट बैंक के नाते वे लोग विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे लोग कौन थे जो अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करते थे, कौन लोग थे जो बिजली पासी के शौर्य को भुलाने का काम करते थे, ऐसा ही स्मारक हम लखनऊ में बनाने जा रहे हैं। 1857 की क्रांति की विरांगनाओं ने अंग्रेजों के दांत खट्टे करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि आज कोई अयोध्या में भगवान राम के मंदिर पर प्रश्न नहीं खडा कर सकता, भगवान राम का अयोध्या में मंदिर बन गया है और राजा राम का दरबार अयोध्या में सज चुका है। सीएम योगी ने कहा कि सपा-कांग्रेस ने वोटबैंक के चलते भगवान श्रीरालला को टेंट में बैठाया। हमारे वीर योद्धाओं के इतिहास को मिटाने का कुचग्र रचा। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।