लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। CM Yogi Adityanath blessed the bride and groom in Gorakhpur गोरखपुर के फर्टिलाइजर कैंपस में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का आयोजन किया गया था। समारोह में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। इस मौके पर 1200 कन्याओं का विवाह संपन्न हुआ। सीएम योगी ने वर-वधुओं को उपहार और प्रमाणपत्र दिया। इन्हीं में से भटहट की रहने वाली विवाह बंधन में बंधे साहिबा खातून और अमजद भी थे। जिन्हें सीएम योगी ने मंच पर उपहार और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। सीएम से मिलकर मुस्लिम जोड़े के चेहरे में मुस्कान आ गई।
वर वधु को आशीर्वाद दिया
गोरखपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 1200 कन्याओं का विवाह संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर वधु को आशीर्वाद दिया। समारोह में मुस्लिम समाज की साहिबा और अमजद का निकाह हुआ। सीएम योगी ने नवदंपत्ति को मंच पर बुलाकर गिफ्ट देकर सम्मानित किया। सरकार के हाथों गिफ्ट पाकर साहिबा खुशी से झूम उठीं। उन्होंने कहा कि घर की आर्थिक हालात बहुत खराब थे। ऐसे में पिता को हमारी शादी की बहुत चिंता थी, पर सीएम योगी आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री योजना के चलते आज हमारा पूरा परिवार खुश है। बिना दहेज के हम अपने शौहर के घर जा रही हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ बोले
इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बोले। उन्होंने दहेज की प्रताड़ना झेलने वाली वधुओं को डटकर ऐसे दहेज रूपी दानवों का विरोध करने का आह्वान किया। सीएमयोगी आदित्यनाथ ने कहा कि इतने बड़े सामूहिक विवाह का आयोजन और इतनी बड़ी बारात कहीं देखने को नहीं मिलती है। यहां पर मधु का आशीर्वाद देने के लिए वे खुद और उनके मंत्री और विधायक भी आए हैं। यह शादियां घर पर होती तो शायद वह सबके पास नहीं पहुंच पाते। यह सामूहिक विवाह वर-वधु के लिए यादगार भी बन गया है। विधायकों की चुटकी लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि कार्यक्रम में आए जनप्रतिनिधि पश्चाताप कर रहे होंगे कि मैंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अपनी शादी क्यों नहीं की?। शादी की होती तो मैं भी अपनी फोटो दिखाता और कहता है कि मुख्यमंत्री मेरे कार्यक्रम में आए थे।
एक लड़ाई और अभियान भी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग की तरफ से होने वाला मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम एक तरफ सामाजिक समरसता का प्रतीक है तो वहीं दूसरी तरफ यह समाज की बड़ी विकृति दहेज प्रथा पर प्रहार भी है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा का कोई बंधन नहीं है। हिंदू, मुस्लिम या अन्य मतावलंबी, सभी अपनी-अपनी परंपरा के अनुरूप विवाह के पवित्र बंधन में जुड़ रहे हैं। साथ ही यह कार्यक्रम दहेज, बाल विवाह और अश्पृश्यता के खिलाफ सरकार द्वारा शुरू की गई एक लड़ाई और अभियान भी है।
अब तक 3 लाख 84 हजार शादियां
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक सात साल में 3 लाख 84 हजार शादियां करा चुकी है। यह सत्र संपन्न होने पर यह संख्या 4 लाख से अधिक हो चुकी होगी। सीएम योगी ने कहा कि गरीब बेटियों को दहेज की बेड़ियों से बचाने के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के कार्यक्रम हर जिले में हो रहे हैं। सरकार की मंशा है कि कोई बेटी दहेज के कारण अनव्याही न रहे। इसके लिए ही सामूहिक विवाह कार्यक्रम को अभियान रूप में चलाया जा रहा है।
अभिभावकों को विवाह की शुभकामनाएं दीं
समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में 1200 जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में हिंदू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सुखमय और मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से 10 नवयुगलों को उपहार-शगुन किट भेंट किया। उपहार देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया। मंच पर जोड़ों को आशीर्वाद देने के अलावा मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल के मुख्य मंडप में भी गए। मंडप की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ उन्होंने नवयुगलों और उनके अभिभावकों को विवाह की शुभकामनाएं दीं।