वाराणसी ऑनलाइन डेस्क। सीएम योगी आदित्यनाथ अक्सर बीजेपी के मंत्री, विधायक और संगठन से जुड़े लोगों कम बोलने के दिशानिर्देश देते रहते हैं, लेकिन अब भी चंद नेता हैं, जो बयान देकर सरकार की किरकिरी कराते हैं। कुछ दिन पहले इसी को लेकर मंच से सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के महसी विधानसभा क्षेत्र से बीजपी के विधायक सुरेश्वर सिंह को सरेआम कह डाला कि वो कम बोलें तो अच्छा रहेगा। कुछ ऐसी ही मामला वराणसी में भी सामने आया। यहां बैठक के दौरान सीएम योगी ने दो विधायकों को सीधी चेतावनी दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा जाता है कि वह आमतौर पर बैठकों में बेहद शांत और शालीन व्यवहार करते हैं, चाहे सामने जनप्रतिनिधि हों या अधिकारी। वे कभी आक्रोशित होकर बात नहीं करते। इतना ही नहीं सीएम योगी सीधे विधायकों की समस्याएं सुनते हैं और उनका निराकरण भी करवाते हैं। खुद अपने आवास पर विधायकों के साथ बैठक भी करते हैं। साथ ही वह सभी को हिदायत भी देते रहते हैं कि बेवजह बयान न दें। पर अब भी कुछ ऐसे नेता हैं, जो बयानबीर बनकर सरकार की फजीहत करवाते रहते हैं। सोमवार को वाराणसी सर्किट हाउस में हुई बैठक के दौरान दो विधायकों के बार-बार बीच में बोलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ नाराज़ हो गए।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ जिले की विकास योजनाओं को लेकर एक बैठक कर रहे थे। सूत्र बताते हैं कि बैठक के दौरान कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव लगातार बीच-बीच में बोलते रहे और स्थायी चौरे का डिवाइडर तोड़ने की बात उठाते रहे। कई बार टोकने के बावजूद जब उन्होंने बोलना नहीं छोड़ा, तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा, ‘सुगम यातायात और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिवाइडर बनाए जा रहे हैं। इन्हें नहीं तोड़ा जाएगा। इसके बाद विधायक सौरभ शांत हो गए। सूत्र बताते हैं कि अक्सर शांत रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ विधायक पर इस कदर नाराज हुए कि बैठक में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया।
इसी बैठक में सकलडीहा के विधायक सुशील सिंह को भी सीएम योगी आदित्यनाथ डांटा। बैठक के दौरान वह एक अधिकारी से बातें कर रहे थे, जिसे देख सीएम योगी ने तुरंत कहा, ‘सुशील सिंह, बैठक में व्यक्तिगत बातचीत बंद करें। इसके बाद वे भी शांत होकर बैठ गए। सूत्र बताते हैं कि सीएम योगी की चेतावनी के बाद विधायक जी की सिट्टी-बिट्टी गुम हो गई। वह सिर झुकाकर कुर्सी पर बैठे रहे। इस दौरान सीएम योगी एक-एक कर आलाधिकारियों से जनपद के विकास को लेकर जानकारी लेते रहे। बीजेपी नेताओं से भी उन्होंने खुलकर बात की और समस्याओं को जाना।
सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ दिन पहले बहराइच के दौरे पर गए थे और वह सिकंदरपुर में महाराजा सुहेलदेव स्मारक के लोकार्पण में पहुंचे थे। यहां जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने मंच से सरेआम कह डाला कि विधायक सुरेश्वर सिंह आप कम बोलें तो अच्छा होगा। यह सुन उनका चेहरा उतर गया। सबको लगा हो कि सीएम ने हल्के लहजे में इसे कहा, लेकिन ऐसा नहीं था। इसका असर बहुत गहरा था। बीजेपी विधायक ने सीएम योगी के दौरे से पहले बड़ा बवाल काटा था। उन्होंने 500 किलो विस्फोट मिलने को लेकर सीएम योगी के दौरे को रद्द किए जानें की मांग की थी। पुलिस से भी विधायक भिड़ गए थे। जिसके चलते पुलिस को उनके 30 समर्थकों को हिरासत में लेना पड़ा था।