कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। शहर-शहर, गांव-गांव गिरधर गोपाल की भक्ति में सराबोर हैं। मथुरा और वृंदावन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। भक्तों की कतारें मंदिरों के बाहर लगी हुई हैं। इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर मथुरा पहुंच गये हैं। मथुरा पहुंचने के बाद सीएम योगी ने सर्वप्रथम भगवान श्रीकृष्ण के विधिवत दर्शन और पूजन किए।
कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा के पांचजन्य सभागार पहुंचे। यहां सीएम योगी का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान सीएम योगी ने बाल स्वरूप कान्हा को तिलक लगाया। सीएम ने विधि-विधान से गिरधर गोपाल की पूजा-अर्चना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जन्माष्टमी का शुभ पावन अवसर है। इस अवसर पर देश और दुनिया में जहां कहीं भी सनातन धर्मावलंबी रह रहे है और कान्हा के प्रति श्रद्धा भाव रखते हैं। उन सभी को आज की पावन तिथि की शुभ बधाई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार ने यह तय किया कि मथुरा, वृंदावन, बरसाना, बलदेव, गोकुल, गोवर्धन और राधा कुंड को तीर्थ के रुप में पौराणिक मान्यता को फिर से बहाल किया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि काशी दुनिया को आकर्षित कर रहा है। अयोध्या भी आकर्षित कर रही है। इसी तरह मथुरा को भी 5000 साल पुराने पौराणिक स्थल के विकास के लिए कार्य करना होगा। हमारी सरकार मथुरा को भी पुराना गौरव वापस लौटाने के कार्य में लगी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन का ध्वज दुनिया का मार्गदर्शन करता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर बड़ा संदेश देते हुए कहा कि बांटने वाली शक्तियों से हम सभी को सावधान रहना होगा। सनातन का ध्वज हमेशा दुनिया का मार्गदर्शन करता रहेगा। बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आठ सालों के कार्यकाल के दौरान 38वीं बार आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा जनपद पहुंचे हैं। उनके 38वीं बार मथुरा आगमन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपी सरकार मथुरा के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। काशी और अयोध्या की तरह ही मथुरा का विकास भी योगी सरकार के लिए अहम है।
मथुरा पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि भगवान श्रीकृष्ण के 5,252वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर मथुरा-वृन्दावन की पावन धरा पर मथुरा वासियों के जीवन को सरल, सुखद और समृद्ध बनाने के मकसद से सर्वांगीण विकास को समर्पित 645 करोड़ की 118 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास होगा। इस अवसर पर सभी साधु-संतों के सम्मान का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। आधुनिकता और अध्यात्म के संगम की साक्षी बनेगी यह पुण्यधरा। वृंदावन बिहारी लाल की जय! ।