CM Yogi : गोरखपुर में एक बार फिर ऐतिहासिक धार्मिक परंपरा का साक्षी बनने जा रहा है, जहां गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक भव्य शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे। योगी आदित्यनाथ, विजयादशमी के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से विजयरथ पर सवार होकर इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे।
यह शोभायात्रा हर साल विजयादशमी के दिन निकाली जाती है, जो गोरखपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। गोरखनाथ मंदिर से शुरू होकर यह यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरेगी और इसमें बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु हिस्सा लेंगे।
शोभायात्रा का महत्व
गोरक्षपीठाधीश्वर के नेतृत्व में निकाली जाने वाली यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। हर साल इस शोभायात्रा को देखने और इसमें शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग गोरखपुर आते हैं। इस अवसर पर पूरे शहर में उत्सव का माहौल होता है और यात्रा के दौरान धार्मिक झांकियां, पारंपरिक वाद्य यंत्र, और झंडे फहराते हुए भक्तों की टोली देखी जाती है।
CM Yogi की विजयरथ
योगी आदित्यनाथ विजयरथ पर सवार होकर पूरे शहर का दौरा करेंगे। यह विजयरथ विशेष रूप से सजाया जाता है, जो धार्मिक उत्सव का प्रतीक होता है। रथ पर गोरक्षपीठाधीश्वर की उपस्थिति गोरखपुरवासियों के लिए विशेष आशीर्वाद के रूप में मानी जाती है। इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि समाज में शांति, सद्भाव और परोपकार के संदेश को फैलाना भी है।
शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस भव्य शोभायात्रा को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से पूरे मार्ग की निगरानी की जाएगी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
श्रद्धालुओं में उत्साह
गोरखनाथ मंदिर से निकलने वाली इस शोभायात्रा को लेकर शहरवासियों और श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। विजयादशमी के पावन अवसर पर इस धार्मिक यात्रा में शामिल होकर लोग अपने गोरक्षपीठाधीश्वर से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे और पूरे शहर में हर्षोल्लास का माहौल होगा।
योगी आदित्यनाथ का यह विजयरथ पूरे शहर को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगा और गोरखपुरवासियों के लिए विजयादशमी का यह पर्व और भी विशेष बन जाएगा।