CM Yogi: की समय सीमा और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के तहत विभिन्न पुलिस लाइन, ट्रांजिट हॉस्टल, और प्रशिक्षण संस्थानों के निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी की जानी चाहिए। साथ ही, अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता पर लगातार ध्यान रखने की हिदायत दी। सीएम ने यह भी कहा कि प्रत्येक परियोजना के लिए जिम्मेदारी बढ़ाई जाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि काम समय पर और सही तरीके से पूरा हो।
CM Yogi आदित्यनाथ ने गृह विभाग के सचिव स्तर के अधिकारियों को साप्ताहिक समीक्षा करने का आदेश दिया, जबकि अतिरिक्त मुख्य सचिव को पाक्षिक समीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, जिला, रेंज और जोनल पुलिस अधिकारियों को भी इन परियोजनाओं की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस कदम का उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि निर्माण कार्यों में कोई ढिलाई न हो और वे निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा हो जाएं।
सीएम योगी ने 50 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के लिए तकनीकी संस्थानों द्वारा मासिक तीसरे पक्ष के ऑडिट का आदेश भी दिया। इस ऑडिट में परियोजनाओं का ऑन-साइट सत्यापन और फोटोग्राफिक साक्ष्य शामिल होंगे, जिससे गुणवत्ता और प्रगति पर नियंत्रण रखा जा सके। इसके अलावा, निर्माण प्रक्रिया में अनुभवी पेशेवरों की भर्ती के लिए मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्त इंजीनियरों या कुशल पेशेवरों को शामिल करने का सुझाव दिया।
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CM Yogi ने यह भी निर्देश दिया कि कार्य शुरू होने के बाद परियोजना डिजाइनों में किसी भी बदलाव से बचा जाए, सिवाय अपरिहार्य परिस्थितियों के। इसके साथ ही, लिफ्ट की सुविधा और उनके रखरखाव के लिए समर्पित कॉर्पस फंड की स्थापना की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
CM Yogi ने यह भी कहा कि कई जिलों में पुलिस लाइन का निर्माण कार्य जारी है, जिनमें संभल, हापुड़, चंदौली, औरैया, अमरोहा और शामली शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अलीगढ़ पुलिस लाइन में चार ब्लॉकों वाला ट्रांजिट हॉस्टल अप्रैल 2025 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने उन्नाव और लखनऊ में अन्य पुलिस परियोजनाओं को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।