लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। अयोध्या के राम मंदिर में बड़े आतंकी हमले की साजिश को गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त ऑपरेशन के जरिए नाकाम कर दिया। सुरक्षा एजेंसियों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा है। .गिरफ्तार आरोपी की पहचान अब्दुल रहमान (19) पुत्र अबूबकर के रूप में हुई है। अब्दुल रहमान यूपी के फैजाबाद का रहने वाला है। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए, जिन्हें सुरक्ष..सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत निष्क्रिय करा दिया।
आईएसआई के हैंडलर ने दिए ग्रेनेड
करीब 500 बरस के लंबे इंतजार के बाद 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीरामलला अपने भव्य-दिव्य मंदिर में विराजमान हो गए थे। तब से अब तक करोड़ों भक्त अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन कर चुके हैं। ये सिलसिला बदस्तूर जारी है। इनसब के बीच गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन के जरिए अब्दुल रहमान के आतंकी को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी अयोध्या के राम मंदिर में आतंकी हमले का प्लान बना रहा था। वह फैजाबाद से फरीदाबाद हैंड ग्रेनेड लेने ही आया था। वापस लौटकर उसे अटैक करना था। ये सारा काम वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर कर रहा था। हैंड ग्रेनेड भी इसे आईएसआई के हैंडलर ने ही दिए थे।
आईबी ने दिया था इनपुट
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर पर आतंकी हमले का इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को मिला। जिसके बाद फरीदाबाद के डीआईजी सुनील जोशी और डीएसपी एसएल चौधरी के नेतृत्व में ऑपरेशन शुरू किया गया। इस ऑपरेशन में गुजरात एटीएस भी शामिल रही। इसके बाद एटीएस और फरीदाबाद की एसटीएफ की टीम ने आतंकी को गिरफ्तार कर लिया। जब उसे पकड़ा गया तो उसके पास 2 हैंड ग्रेनेड भी थे। जिन्हें डिफ्यूज कर दिया गया। आरोपी अयोध्या के मिल्कीपुर में मटन शॉप चलाता है। आरोपी के घर से भी कई संदिग्ध चीजें बरामद की गई हैं। उससे ट्रेन की टिकट भी मिली है। वह दिल्ली में किसी के संपर्क में था।
आईएसआई के लिए करता था काम
राम मंदिर निर्माण के बाद से ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी भारत में उसे निशाना बनाकर बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने की साजिश रच रही है। इसी काम के लिए अब्दुल रहमान को चुना गया था। गुजरात एटीएस के मुताबिक उसने एक बार राम मंदिर की रेकी भी की थी। वह हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने के लिए ही फैजाबाद से फरीदाबाद आया था। वह साजिश को अंजाम दे पाता, इससे पहले ही पकड़ा गया। सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के बाद पता चला कि अब्दुल रहमान आईएसआई के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था।
एक आतंकी भागने में रहा कामयाब
एटीएस के मुताबिक जांच के दौरान उन्हें हरियाणा में 2 आतंकियों की जानकारी मिली थी। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इसमें अब्दुल रहमान भी शामिल है। जो सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठन से जुड़ा। इसके बाद गुजरात एटीएस ने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया। उनके साथ फरीदाबाद से स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को अटैच किया गया। गुजरात एटीएस की टीम रविवार को यहां पहुंची। पूरी छानबीन के बाद शाम करीब 3 बजे आतंकियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई शुरू की गई। जिसके बाद फरीदाबाद के सोहना रोड स्थित इलाके में जॉइंट टीम ने रेड की। जहां से अब्दुल रहमान को पकड़ लिया गया।
4 घंटे तक चली कार्रवाई
अब्दुल रहमान तो दबोच लिया गया, लेकिन हैंड ग्रेनेड देने आया हैंडलर तब तक निकल चुका था। करीब 4 घंटे तक वहां कार्रवाई चली। पुलिस के मुताबिक जब युवक को गिरफ्तार किया गया तो उससे कुछ संदिग्ध वीडियो भी मिले। जिनमें धार्मिक स्थानों से जुड़ी जानकारी को शूट किया गया था। इसके अलावा उसके सोशल मीडिया के जरिए आतंकी संगठनों से जुड़े होने के सबूत भी मिले। हरियाणा पुलिस की जांच के मुताबिक वह नाम बदलकर फरीदाबाद पहुंचा था। वह एक घर पर रूका था। दोनों टीमों ने पूरे इलाके को घेर लिया। फिर एक साथ छापा मारा। इस कार्रवाई में आतंकी पकड़ा गया। आतंकी को रात में गुजरात एटीएस लेकर वापस रवाना हो गई।