Kushinagar News : उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अवैध रूप से धर्मांतरण कराने वाले एक और संगठित गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह खासतौर पर हिंदू नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाता था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस नेटवर्क की कमान दो महिलाएं संभाल रही थीं, जो लड़कियों को बहलाकर, फुसलाकर उनका ब्रेनवॉश करती थीं और उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करवाने पर मजबूर करती थीं।
अमृतसर से अगवा कर लाए थे लड़की
गिरोह ने अमृतसर में रहने वाले एक परिवार की नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर अगवा किया और कुशीनगर ले आए। वहां उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। उसका नाम बदलकर ‘परवीन खातून’ रख दिया गया और उसके नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया गया। पीड़िता के पिता सुनील वर्मा ने तुर्कपट्टी थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन कराने और अपहरण करने का आरोप लगाया।
कैसे काम करता था गिरोह
पुलिस जांच में सामने आया कि पडरौना कोतवाली क्षेत्र के जंगल जगदीशपुर निवासी तौफीक अंसारी इस गिरोह का मास्टरमाइंड था। वह अपने साथियों के साथ मिलकर एक ऐसा नेटवर्क चलाता था, जो पहले नाबालिग हिंदू लड़कियों से दोस्ती करता था। इसके बाद मुस्लिम धर्म से जुड़े वीडियो और किताबों के जरिए उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करता। गिरोह की दो महिला सदस्य—कैसर जहां और फातिमा—इस काम में अहम भूमिका निभाती थीं। जब लड़कियों का विश्वास जीत लिया जाता, तब गिरोह के पुरुष सदस्य धर्मांतरण करवाते और उनका अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते। कई बार इन लड़कियों के साथ दुष्कर्म भी किया जाता था।
आरोपी गिरफ्तार
पडरौना कोतवाली पुलिस ने इस मामले में जिन आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें आशिक अंसारी, इम्तियाज, मोहम्मद साहब अंसारी, तौफीक अंसारी, जीशान कमर, मजहर, कैसर जहां और फातिमा शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी को जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस गिरोह का खुलासा करते हुए बताया कि गिरोह की गतिविधियां बेहद संगठित और खतरनाक थीं।
यह भी पढ़ें : सोना 1 लाख के नीचे फिसला, चांदी भी हुई सस्ती, 28 जुलाई को…
गिरोह की महिला सदस्य ही मुख्य भूमिका में थीं, जो लड़कियों को मानसिक रूप से नियंत्रित करती थीं। अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि इनके संपर्क में और कितने लोग हैं। योगी सरकार द्वारा बनाए गए धर्मांतरण विरोधी कानून के बाद ऐसे मामलों का खुलासा तेजी से हो रहा है। बलरामपुर के छांगुर गैंग के बाद कुशीनगर में इस नए रैकेट का खुलासा प्रदेश में चल रहे ऐसे आपराधिक नेटवर्क की गंभीरता को दर्शाता है।