Lucknow: इस बार दीपावली पर उत्तर प्रदेश में ‘UP-112’ इमरजेंसी सेवा ने नए रिकॉर्ड बनाए। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को दीपोत्सव के दौरान कुल 1,01,805 आपातकालीन फोन कॉल्स आईं, जिसमें से 51,796 घटनाएं ऐसी रहीं जिनमें पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (PRV) मौके पर सहायता के लिए भेजे गए। यह संख्या औसत दिनों की तुलना में काफी अधिक रही। आमतौर पर प्रतिदिन लगभग 30,500 घटनाओं में ही पीआरवी भेजी जाती हैं। इस दिवाली, इमरजेंसी सेवाओं की व्यस्तता बढ़ने से पुलिस प्रशासन ने अपनी तत्परता साबित की और व्यापक सुरक्षा कवायद में सफल रहा। यह ट्रेंड आपातकालीन सेवाओं के प्रति बढ़ती जागरूकता का भी संकेत है।
इमरजेंसी कॉल्स का रिकॉर्ड आंकड़ा
दीपावली के अवसर पर, जब अधिकांश लोग त्योहार की खुशियों में मग्न थे, तब ‘यूपी-112’ सेवा पर संकट की सूचना देने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, (UP-112) इनमें से 41,066 कॉल्स ऐसी थीं जिनमें पुलिस सहायता मांगी गई। इसके अलावा, 1,974 घटनाएं आग से संबंधित थीं और 7,147 कॉल्स चिकित्सा सहायता के लिए की गईं। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि पर्वों के दौरान आपात स्थितियों में भी लोग अपने परिवारों और दोस्तों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहते हैं और किसी भी संकट में तुरंत पुलिस और आपातकालीन सेवाओं का सहारा लेते हैं।
छोटी दिवाली पर भी रही व्यस्तता
छोटी दिवाली के दिन भी ‘ (UP-112)’ की व्यस्तता चरम पर रही। इस दिन (UP-112) कुल 89,297 कॉल्स रिकॉर्ड की गईं और 37,932 घटनाओं में पुलिस प्रतिक्रिया वाहन भेजे गए। अपर पुलिस अधीक्षक (यूपी-112) मोहिनी पाठक ने बताया कि इस बढ़ी हुई संख्या के मद्देनजर सेवा ने 825 संचार अधिकारियों और 6,200 से अधिक पीआरवी के साथ 34,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर तैनात किया था। पाठक के अनुसार, आम दिनों की तुलना में दीपावली के दौरान सुरक्षा और प्रतिक्रिया के लिए विशेष तैयारी की गई थी, जिसमें कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई गई।
आपातकालीन सेवाओं के प्रति जागरूकता
मोहिनी पाठक ने यह भी कहा कि प्रदेश में नागरिकों के बीच ‘यूपी-112’ सेवा के महत्व और त्वरित प्रतिक्रिया के बारे में जागरूकता में इजाफा हुआ है। इसका नतीजा यह है कि लोग किसी भी संकट के समय बिना झिझक सेवा का उपयोग कर रहे हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है जो समाज में सुरक्षा सेवाओं की ओर बढ़ती आशा और भरोसे को दिखाता है।
इस दिवाली, ‘यूपी-112’ की सेवाओं ने न केवल आपात स्थिति में नागरिकों को राहत दी बल्कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाया।