Ex-IPS Dr. SN Sabat: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के नए अध्यक्ष के रूप में पूर्व आईपीएस अधिकारी डाॅ. एसएन साबत की नियुक्ति ने प्रशासनिक जगत में हलचल मचा दी है। 31 दिसंबर 2024 को सीबीसीआईडी के डीजी पद से रिटायर हुए डाॅ. साबत को अब पांच साल के लिए आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति से यह स्पष्ट हो गया है कि यूपी सरकार पुलिस सेवा से जुड़े उच्च अधिकारियों को अन्य महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त करने में विश्वास रखती है। इसके अलावा, सुभाष बघेल को आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। डाॅ. साबत का कार्यकाल 14 मई 2029 तक रहेगा। आइए जानते हैं, डाॅ. साबत का प्रशासनिक सफ़र और उनकी उपलब्धियों के बारे में।
आईपीएस से आयोग तक का सफ़र
Ex-IPS Dr. SN Sabat का नाम उत्तर प्रदेश के तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारियों में गिना जाता है। 1990 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चयनित हुए डाॅ. साबत ने अपने करियर में कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। वाराणसी, आगरा, और लखनऊ जैसे प्रमुख जिलों में एसएसपी (Senior Superintendent of Police) के तौर पर कार्य करने के साथ-साथ उन्होंने बीएसएफ में भी अपनी सेवाएं दी। उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 2005 में उप महानिरीक्षक (DIG) के पद पर पदोन्नति के बाद शुरू हुई। 2021 में वह यूपी पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) और पुलिस महानिदेशक (DGP) बने। डाॅ. साबत ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन, कारागार प्रशासन और सीबीसीआईडी जैसे महत्वपूर्ण विभागों में कार्य किया, जो उनके प्रशासनिक कौशल को और निखारते हैं।
शैक्षिक पृष्ठभूमि और पुरस्कार
Ex-IPS Dr. SN Sabat की शैक्षिक पृष्ठभूमि भी बहुत मजबूत है। उन्होंने फिजिक्स में एसएससी की डिग्री प्राप्त की और पीएचडी की भी डिग्री हासिल की। इसके साथ ही, उन्होंने पीजीडीबीएम और फ्रेंच में डिप्लोमा भी किया है। उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिले, जिनमें संयुक्त राष्ट्र शांति पदक, राष्ट्रपति पुलिस पदक और यूपी डीजीपी के उत्कृष्टता पुरस्कार शामिल हैं।
यूपीएसएससी के अध्यक्ष के रूप में डाॅ. साबत के सामने एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि उन्हें राज्य के ग्रुप ‘सी’ और ग्रुप ‘डी’ के पदों पर चयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाना होगा। उनका यह कार्यकाल राज्य में युवाओं को सरकारी नौकरी देने में अहम भूमिका निभाएगा।