Fake IAS Saurabh Tripathi के काफिले में लग्जरी गाड़ियों की भरमार: लैंड रोवर, फॉर्च्यूनर और मर्सिडीज की कीमतें चौंकाने वाली

फर्जी IAS सौरभ त्रिपाठी का खुलासा चौंकाने वाला है। पुलिस जांच में उसके पास 6 लग्जरी गाड़ियां मिलीं, जिनमें लैंड रोवर, फॉर्च्यूनर और मर्सिडीज शामिल हैं। फर्जी पास, वीआईपी प्रोटोकॉल और सरकारी दस्तावेज भी बरामद हुए।

Fake IAS Saurabh Tripathi

Fake IAS Saurabh Tripathi: राजधानी लखनऊ में फर्जी IAS अफसर सौरभ त्रिपाठी का खुलासा पुलिस के लिए किसी बड़े ऑपरेशन से कम नहीं रहा। नोएडा निवासी सौरभ ने कई सालों तक अफसर बनकर लोगों को गुमराह किया और सरकारी रसूख का खुला खेल खेला। पुलिस जांच में सामने आया कि उसके पास 6 लग्जरी गाड़ियों का काफिला था, जिसमें लैंड रोवर डिफेंडर, टोयोटा फॉर्च्यूनर, मर्सिडीज और इनोवा जैसी गाड़ियां शामिल थीं। इन गाड़ियों की कीमत करोड़ों में है। ड्राइवर, नीली बत्ती, फर्जी पास और वीआईपी प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करके सौरभ खुद को बड़ा अफसर साबित करता था। लेकिन एक गलती ने उसकी पूरी चालबाजी का पर्दाफाश कर दिया।

करोड़ों की लग्जरी गाड़ियों का काफिला

लखनऊ पुलिस के अनुसार, Fake IAS Saurabh Tripathi के काफिले में कुल छह लग्जरी गाड़ियां शामिल थीं। इनमें लैंड रोवर डिफेंडर, टोयोटा फॉर्च्यूनर, मर्सिडीज और इनोवा क्रिस्टा जैसी गाड़ियां थीं। लैंड रोवर डिफेंडर की शुरुआती कीमत 97 लाख रुपये से शुरू होकर टॉप वेरियंट में 2.79 करोड़ रुपये तक जाती है। वहीं, टोयोटा फॉर्च्यूनर की कीमत 36 लाख रुपये से शुरू होकर 52 लाख रुपये तक है। पुलिस को शक है कि उसने इन गाड़ियों को खरीदने के लिए फर्जीवाड़ा, उधारी और धोखाधड़ी का सहारा लिया। फिलहाल इन गाड़ियों की खरीद-फरोख्त की पूरी जांच की जा रही है।

मर्सिडीज और इनोवा क्रिस्टा भी शामिल

Fake IAS Saurabh Tripathi की लग्जरी लाइफस्टाइल यहीं खत्म नहीं होती। उसके पास मर्सिडीज भी थी, जिसकी शुरुआती कीमत 33.44 लाख रुपये से शुरू होकर 1.90 करोड़ रुपये तक जाती है। वहीं, टोयोटा इनोवा क्रिस्टा की कीमत 19.99 लाख रुपये से 27.18 लाख रुपये तक है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर इस फर्जी IAS ने इतनी महंगी गाड़ियां खरीदने के लिए कहां-कहां से पैसे का इंतजाम किया और किन-किन लोगों से संपर्क साधा।

फर्जी पास, वीआईपी प्रोटोकॉल और सरकारी बैठकों में दखल

पुलिस की तलाशी में गाड़ियों से फर्जी सरकारी पास, वीआईपी प्रोटोकॉल से जुड़े दस्तावेज और अन्य संवेदनशील सामान बरामद हुए। सौरभ कई बार सरकारी कार्यक्रमों में आईएएस बनकर शामिल होता था। यहां तक कि वह कई विभागीय बैठकों में भी हिस्सा लेता और अफसरों पर दबाव डालकर फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश करता। उसकी दबंगई के चलते कई अधिकारी भी चुप्पी साध लेते थे।

सोशल मीडिया पर भी रचा मायाजाल

Fake IAS Saurabh Tripathi ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नकली पहचान बनाई थी। उसने इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) पर @Saurabh_IAAS नाम से अकाउंट बनाया, जिसमें अपने बायो में खुद को “IAS, Uttar Pradesh Government” लिखा था। अकाउंट पर उसने सरकारी बैठकों, यात्राओं और कार्यक्रमों की तस्वीरें अपलोड की थीं। फिलहाल पुलिस ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी खंगालना शुरू कर दिया है ताकि पता लगाया जा सके कि वह किन लोगों से संपर्क में था और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है।

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