Kanpur Medicine Fraud : कानपुर में नकली दवाओं के गड़बड़ी का खुलासा ड्रग विभाग की जांच में हुआ है। बिरहाना रोड के थोक दवा कारोबारी मेडी लाइफ एजेंसीज और निगम ब्रदर्स ड्रग स्टोर से जांच में खड़िया और मिट्टी की बिक्री का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित होने वाली ये दवाएं लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहीं थीं।
ड्रग विभाग की जांच में खुलासा
ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान ने बताया कि उनकी टीम ने बिरहाना रोड स्थित दवा बाजार में छापेमारी की। मेडी लाइफ एजेंसी से तीन और निगम ड्रग्स से 18 सैंपल लिए गए। जांच के दौरान निगम ब्रदर्स से खरीदी गई दवाएं मेडी लाइफ में बिकने की पुष्टि हुई। मेडी लाइफ से लिए गए तीन सैंपल में से दो नकली पाए गए, जबकि जीरोडोल एसपी का सैंपल सब-स्टैंडर्ड था, जिसमें दवा की मात्रा 100 की जगह केवल 7% थी।
गंभीर स्वास्थ्य खतरों की पुष्टि
रेखा सचान ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार काइमोरल फोर्ट टैबलेट में केवल खड़िया मिट्टी पाई गई। ड्रग विभाग ने दोनों व्यापारियों को नोटिस जारी किया है और आगे की कार्रवाई के लिए एक और रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद मुकदमा दर्ज होने की भी संभावना है।
अधिकारियों ने की सख्त कार्रवाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्वास्थ्य मंत्री ने दवा माफियाओं पर नकेल कसने के लिए कई कदम उठाए हैं। हालाँकि, कानपुर में कुछ लोग नकली दवा बेचकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर की छापेमारी में 18 सैंपलों का परीक्षण किया गया है, जिसमें सभी सैम्पल असफल मिले हैं।
निगम ब्रदर्स मेडिकल स्टोर के रामजी शर्मा ने बताया कि उनकी दवा दर्द, जलन और सूजन के लिए उपयोग की जाती है। उन्होंने स्वीकार किया कि 18 सैंपलों में से छह की रिपोर्ट आ चुकी है और काइमोरल फोर्ट टेबलेट एवं एसी लॉक आरडी टेबलेट के चार सैंपल नकली पाए गए हैं। साथ ही, मॉन्टेयर-एलसी और मोनटेर एफएक्स टैबलेट का सैंपल भी सब-स्टैंडर्ड पाया गया।