Fatehpur school dispute: फतेहपुर जिले के बहुआ क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय में छात्राओं ने अश्लील चित्र और शब्द लिखे जाने का विरोध किया तो प्रिंसिपल पर उन्हें पीटने का आरोप लग गया। मामले ने गुरुवार को बड़ा रूप ले लिया, जब अभिभावकों और हिंदू संगठनों ने स्कूल में हंगामा किया। अभिभावकों का कहना है कि दीवारों पर आपत्तिजनक चित्र व शब्द वर्ग विशेष के छात्रों ने लिखे, और जब छात्राओं ने प्रधानाध्यापक से शिकायत की तो उन्होंने आरोपी छात्रों का समर्थन करते हुए शिकायतकर्ता छात्राओं के साथ अभद्रता की। इस विवाद में स्थानीय पुलिस और एबीएसए को दखल देना पड़ा। हालांकि अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है, लेकिन शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
छात्राओं के आरोप और प्रिंसिपल का विवादित व्यवहार
छात्राओं और अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय की दीवारों पर अभद्र चित्र और शब्द लिखे गए थे। प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ने पहले शिकायत को गंभीरता से लिया और Fatehpur पुलिस को सूचना दी। लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ने इस पर आपत्ति जताई। छात्राओं का आरोप है कि उन्होंने शिकायत दर्ज कराने पर न केवल उन्हें पीटा बल्कि आपत्तिजनक सवाल भी पूछे। गुरुवार को हंगामा बढ़ने पर एबीएसए गौरव मिश्रा और पुलिस मौके पर पहुंचे। अभिभावकों और संगठनों ने आरोपी प्रिंसिपल पर वर्ग विशेष के छात्रों का पक्ष लेने का आरोप लगाया। पुलिस ने आश्वासन दिया कि तहरीर मिलते ही मामला दर्ज होगा। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उचित कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं।
आरोपी प्रिंसिपल पर पहले भी आरोप
बताया जा रहा है कि आरोपी प्रिंसिपल पहले भी अपने विवादित व्यवहार के कारण निलंबित हो चुके हैं। बहाल होने के बाद उनका स्थानांतरण कर दिया गया था। अब यह मामला शिक्षा विभाग और Fatehpur पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। घटना से आक्रोशित हिंदूवादी संगठनों ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। संगठनों ने कहा कि यदि मामले में न्याय नहीं हुआ तो इसे शासन तक ले जाया जाएगा। बीएसए भारती त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सीओ जाफरगंज होरी लाल ने कहा कि तहरीर मिलते ही कानूनी कार्रवाई शुरू होगी।