Firozabad well accident kills three family members : उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे गांव को गम में डुबो दिया। गांव नगला पोहपी में एक खेत में बने कुएं में तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में दो भतीजे और एक चाचा शामिल हैं। इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया। सबसे ज्यादा दिल तोड़ देने वाला मंजर था चंद्रवीर के दो मासूम बच्चों का। सात साल का आरव और दो साल की आरवी जब अपने पापा के कुएं में गिरने की खबर सुनकर खेत पर पहुंचे, तो टकटकी लगाए लगातार कुएं की ओर देखते रहे। हर आते-जाते शख्स और पुलिसकर्मियों से एक ही सवाल पूछते रहे—”अंकल, हमारे पापा कब बाहर आएंगे?”
गांव में पसरा मातम,महिलाओं की चीख-पुकार
घटना के बाद गांव में मातम का माहौल था। महिलाएं फूट-फूटकर रो रही थीं। अजय की मां तो बार-बार रोते हुए कुएं की तरफ दौड़ रही थी। यह देखकर गांव की और महिलाएं भी खुद को संभाल नहीं सकीं। वहीं प्रशासन के देर से पहुंचने पर लोगों में नाराज़गी भी थी। युवक और पुरुष कहने लगे कि प्रशासन हट जाए, वे खुद अपनों को बाहर निकाल लेंगे।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार दोपहर लगभग एक बजे अजय अपने चचेरे भाई ध्रुव के साथ खेत के पास बने कुएं पर बैठा था। अजय मोबाइल से अपने ससुर से बात कर रहा था, तभी अचानक उसका फोन हाथ से छूटकर कुएं में गिर गया। उसे निकालने के लिए पहले ध्रुव रस्सी से कुएं में उतरा लेकिन बाहर नहीं आया। फिर अजय खुद उतरा, और वह भी बेहोश हो गया। इसके बाद चाचा चंद्रवीर मौके पर पहुंचे। जब दोनों भतीजे नहीं लौटे तो वह भी उन्हें बचाने के लिए कुएं में उतर गए, लेकिन मीथेन गैस और ऑक्सीजन की कमी के चलते वह भी बेहोश हो गए।
चार घंटे चला रेस्क्यू,नहीं बच सकी जान
परिवार वालों को जब तीनों की कोई खबर नहीं मिली तो वो खोजते हुए कुएं तक पहुंचे। अंदर झांककर देखा तो उनके होश उड़ गए। प्रशासन को सूचना दी गई, जिसके बाद फिरोजाबाद, शिकोहाबाद और आसपास के इलाकों से पुलिस, फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीमें पहुंचीं। करीब चार घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन, जिसके बाद तीनों को बाहर निकाला गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
प्रशासन ने बताया कारण,परिवार को मिलेगी मदद
फिरोजाबाद के एडीएम विशु राजा ने बताया कि दोनों युवक मोबाइल में गेम खेल रहे थे। फोन कुएं में गिरा और उसे निकालते समय हादसा हो गया। कुएं में मीथेन गैस के कारण तीनों की जान चली गई। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को आपदा राहत के तहत 4 लाख रुपये सहायता दिलाने का भरोसा दिया है।