गोरखपुर में बाढ़ का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछ्ले दो दिनों में बाढ़ से 32 और गांव घिर गए हैं। अब बाढ़ से घिरे कुल गांवों की संख्या 120 तक पहुंच गई है। बाढ़ प्रभावित 42 गांव मैरुंड हैं। सरयू, गोर्रा और राप्ती नदी के जलस्तर का बढ़ना जारी है जबकि रोहिन नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी दर्ज हो रही है, हालांकि यह अभी खतरे के निशान से ऊपर है। राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। आवागमन के लिए 125 नाव लगाई गई है। इधर, मंगलवार को दिन में हुई लगातार वर्षा के चलते तटबंध अत्यधिक संवेदनशील हो चुके हैं।
सिंचाई विभाग की टीमें 24 घंटे तटबंधों की कर रही है निगरानी
नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सिंचाई विभाग की टीमें भी 24 घंटे तटबंधों की निगरानी कर रही हैं। सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी के बढ़ने की रफ्तार करीब डेढ़ सेमी प्रति घंटा है। राप्ती नदी भी खतरे के बिन्दु से ऊपर है। पानी का दबाव तटबंधों पर लगातार बढ़ रहा है। रोहिन नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है, हालांकि मंगलवार से ही नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज हो रही है। विभागीय जानकारी के मुताबिक प्रभावित लोगों में बाढ़ राहत सामग्री वितरित करने के लिए 10 हजार राहत सामग्री किट का आर्डर दिया गया है।मेडिकल एवं पशुपालन विभाग की टीमों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में भेजा जा रहा है।
एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने बताया कि नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पुलिस, राजस्व एवं सिंचाई विभाग की टीमें तटबंधों पर निगरानी रख रही हैं।