बृजभूषण शरण सिंह ने पूजा पाल पर अखिलेश यादव के एक्शन को क्यों बताया जायज, राहुल गांधी के बारे में भी कह दी बड़ी बात

बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विधायक पूजा पाल पर सपा के एक्शन को जायज बताया है। बृजभूषण ने कहा, यह सपा का आंतरिक मामला और उनका खुद का निर्णय है।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। गोंडा का मतलब ’दबदबा वाले’ होता है। भारत के किसी भी तीर्थ स्थान पर जाकर बता दो कि हम गोंडा से हैं, तो लोग तुरंत कहेंगे कि ये ’दबदबा वाले’ हैं। डरो नहीं निडर होकर अपने दबदबे का बखान करो। ये शब्द किसी फिल्म के डॉयलॉग नहीं हैं। ये शब्द पूर्वांचल के कद्दावर नेता बृजभूषण शरण सिंह के हैं, जो अक्सर अपनी जनसभाओं में बोलते हैं। खुलकर कहते हैं कि हमारा दबदबा था, दबदबा है और आगे भी दबदबा रहेगा। अब दबदबे वाले नेता जी बृजभूषण शरण सिंह पूजा पाल को लेकर भी बोले। बिना किसी लाकलपट के जवाब दिए।

बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विधायक पूजा पाल पर सपा के एक्शन को जायज बताया है। बृजभूषण ने कहा, यह सपा का आंतरिक मामला और उनका खुद का निर्णय है। वर्तमान समय में अगर कोई सपा में रहते हुए मुख्यमंत्री योगी और बीजेपी शासन की तारीफ करेगा तो स्वाभाविक है कि पार्टी को यह अच्छा नहीं लगेगा। पूजा पाल ने जो किया, उनकी आत्मा ने उन्हें वैसा करने को कहा। सपा ने जो कार्रवाई की है, वह उसके नियमों के अनुसार है। अब पूजा पाल स्वतंत्र हैं, जिस पार्टी में जाना चाहें, जा सकती हैं। पार्टी ने अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है। आज कार्रवाई नहीं करेंगे तो कल कोई और भी ऐसा करेगा।

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, पूजा पाल को एक पीड़ा थी, जिस पर योगी जी और बीजेपी सरकार ने कार्रवाई की और उन्हें राहत मिली, तो उन्होंने तारीफ की। अब वह सपा में कैसे रह सकती हैं, क्योंकि सपा की अपनी राजनीति है। जो मुख्यमंत्री और बीजेपी की तारीफ करेगा, उसके लिए सपा में जगह नहीं है। अब पूजा पाल के लिए रास्ते खुले हैं। वह जिस दल में जाना चाहें, वहां जा सकती हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि पूजा पाल के साथ गलत हुआ था। अतीक अहमद पर उनके पति की हत्या का आरोप लगा था। सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पूजा पाल को न्याय दिलाया।

पूजा पाल और अखिलेश यादव की रार के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने लखनऊ में हुई ठाकुर विधायकों की पंचायत पर भी बोले। उन्होंने खुलकर कहा इसे प्रदेश में राजनीतिक बदलाव से न जोड़ा जाए। यह लोगों के मिलने-मिलाने का तरीका है। अच्छा होता कि इसमें और लोग भी रहते। अगर मेरी बात उन तक पहुंचेगी, तो आगे सभी को बुलाया जाएगा। जैसे मैं 1 से 8 जनवरी तक कथा करवाने जा रहा हूं, उसमें हर समाज के लोग रहेंगे। कुटुंब परिवार की पंचायत के बाद बृजभूषण शरण सिंह कांग्रेस और राहुल गांधी पर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कोई गंभीरता से नहीं लेता।

बृजभूषण शरण सिं ने कहा कांग्रेस अपनी कब्र खुद खोद रही है। हमें कांग्रेस से ज्यादा दुख उनकी हरकतों पर होता है। बीजेपी का विरोध करते-करते वे कहीं न कहीं देश का विरोध करने लगते हैं। हिंदुस्तान की राजनीति में हिंदू को गाली देकर राजनीति नहीं की जा सकती। किसी और देश में संभव हो, पर भारत में नहीं। बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा मैं पहले से कहता हूं कि मुझे उनकी बुद्धि और विवेक पर तरस आता है। जब फैसला इनके पक्ष में आता है, तो तारीफ करते हैं। विरोध में आता है, तो सवाल उठाते हैं।

पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि विपक्ष न सशक्त है, न मजबूत और न ही बुद्धिमान। आज विपक्ष बच्चों जैसी हरकत कर रहा है और सभी दल उनके पीछे घूम रहे हैं। राहुल गांधी के बयान ‘मैं हिंदू नहीं हूं, मैं धर्म को नहीं मानता’ पर बृजभूषण ने कहा धर्म एक कानून और संविधान है। चोरी, हत्या और लालच को पाप कहना, यही तो धर्म है। अगर आप कहते हैं कि धर्म को नहीं मानते, तो मतलब कानून को भी नहीं मानते। चाहे सनातन धर्म हो या कोई और, सभी अंत में एक ही मोड़ पर मिलते हैं। धर्म को न मानने वाला व्यक्ति आज पार्टी चला रहा है, यह दुर्भाग्य है।

बृजभूषण शरण सिंह ने राहुल गांधी से पूछा आप बताइए कि आप किस धर्म को मानते हैं। हिंदू, मुस्लिम, ईसाई या बौद्ध। यह कहना कि मैं धर्म को नहीं मानता, देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व सांसद ने राहुल गांधी को बच्चा करार दिया। कहा, लोग इनकी बातों पर ध्यान नहीं देते। राहुल गांधी को जमीन और राजनीति की समझ नहीं हैं। उन्हें थाली में सजाकर सियासत सौंपी गई है। राहुल गांधी का भविष्य देश की राजनीति में शून्य है। कांग्रेस चाहे जितनी बार उन्हें लॉन्च करे, जनता हर बार राहुल गांधी को फ्लाप करती रहेगी। पूर्व सांसद ने कहा कि आज देश पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है।

पीएम मोदी द्वारा आरएसएस की तारीफ पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया पर पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरएसएस की उपज हैं। वह कभी आरएसएस से दूर नहीं रहे, उसकी उन्हें पूरी समझ है और वह प्रचारक भी रहे हैं। 100 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने आरएसएस की तारीफ की, इसमें कोई गलत नहीं है। आरएसएस भारत का अनमोल रत्न है। अटल जी से लेकर अनगिनत नेता इसी नर्सरी से निकले और देश-प्रदेश की सेवा की।

 

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