UP Rajasthan border पर बड़ा हादसा: मिट्टी धंसने से 4 की मौत, 6 घायल, ग्रामीणों ने ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप

यूपी-राजस्थान बॉर्डर पर चंबल पाइपलाइन खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने से बड़ा हादसा हो गया। चार लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हुए हैं।

UP Rajasthan border

UP Rajasthan border accident: यूपी-राजस्थान बॉर्डर पर रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के गांव दौलतगढ़ के पास चंबल पाइपलाइन की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने से 10 से अधिक लोग दब गए। इस दर्दनाक हादसे में फतेहपुर सीकरी के उत्तू गांव के 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला। मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मिट्टी भरते समय हुआ हादसा

मामला UP Rajasthan border फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत दौलतगढ़ गांव का है, जहां चंबल पाइपलाइन की खुदाई का काम चल रहा था। रविवार सुबह फतेहपुर सीकरी के उत्तू गांव से कुछ महिलाएं और पुरुष पीली मिट्टी भरने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान करीब 10 फीट गहरे गड्ढे की मिट्टी की दीवार अचानक भरभराकर गिर गई। मिट्टी के नीचे दबने से वहां मौजूद 10 से अधिक लोग दब गए। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। राजस्थान के भरतपुर जिले की गहनोली थाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया।

चार की मौत, छह घायल

इस UP Rajasthan border हादसे में फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के उत्तू गांव की विमला (45 वर्ष), अनुकूल (24 वर्ष), विनोद (55 वर्ष) और योगेश (25 वर्ष) की मौत हो गई। सभी के शव आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। वहीं, हादसे में घायल 6 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है और गांव में शोक की लहर है।

ग्रामीणों ने ठेकेदार पर लगाए लापरवाही के आरोप

UP Rajasthan border हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चंबल परियोजना के ठेकेदार ने खुदाई तो करवाई, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए। बरसात के कारण खुदाई अधूरी छोड़कर काम बंद कर दिया गया था। ग्रामीणों ने पहले भी इस खतरे की सूचना पुलिस को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने इस हादसे के लिए पूरी तरह ठेकेदार को जिम्मेदार ठहराते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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