Ganga Expressway Travel Time Reduction: उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। मेरठ से प्रयागराज तक निर्माणाधीन 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, इस परियोजना को कुंभ 2026 से पहले जनता को समर्पित करने की तैयारी है। संभावना है कि 15 जनवरी 2026 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विशाल एक्सप्रेस-वे का विधिवत शुभारंभ करेंगे। इसके शुरू होने से मेरठ और प्रयागराज के बीच की यात्रा का समय वर्तमान 11-12 घंटों से घटकर मात्र 6 घंटे रह जाएगा, जो राज्य की आर्थिक और सामाजिक प्रगति को एक नई गति प्रदान करेगा।
एक्सप्रेस-वे की मुख्य विशेषताएं
यह एक्सप्रेस-वे न केवल यात्रा सुगम बनाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों को मजबूती से जोड़ेगा। इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं नीचे दी गई हैं:
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कुल लंबाई: 594 किलोमीटर।
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लेन: शुरुआती तौर पर 6-लेन (8-लेन तक विस्तार योग्य)।
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लागत: लगभग ₹7,742 करोड़ का निवेश।
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कनेक्टिविटी: 12 जिलों के 518 गांवों को सीधा लाभ।
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अत्याधुनिक तकनीक: वाहनों की निगरानी के लिए प्रत्येक किलोमीटर पर कोरियाई नाइट-विज़न कैमरे लगाए गए हैं।
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आपातकालीन सुविधा: शाहजहांपुर के पास भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी (Airstrip) का निर्माण।
इन 12 जिलों की बदलेगी सूरत
गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित महत्वपूर्ण जिलों से होकर गुजरेगा:
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मेरठ 2. हापुड़ 3. बुलंदशहर 4. अमरोहा 5. संभल 6. बदायूं 7. शाहजहांपुर 8. हरदोई 9. उन्नाव 10. रायबरेली 11. प्रतापगढ़ 12. प्रयागराज।
जेवर एयरपोर्ट से सीधा जुड़ाव
सरकार की योजना इसे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar) से भी जोड़ने की है। इसके लिए करीब 76 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड लिंक एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी गई है। इससे दिल्ली-एनसीआर से आने वाले यात्रियों को प्रयागराज तक की निर्बाध कनेक्टिविटी मिल सकेगी। इसके अलावा, Ganga Expressway के किनारे औद्योगिक क्लस्टर और लॉजिस्टिक पार्क भी विकसित किए जा रहे हैं, जो स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देंगे।
