Ganga Expressway UP Latest Update: उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी और खुशखबरी है। प्रदेश के सबसे बड़े और लंबे एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट, मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा होने के करीब है। इसके शुरू होते ही पूरे राज्य में आवागमन बेहद सरल हो जाएगा और कई शहरों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
ताज़ा जानकारी के अनुसार, 594 किलोमीटर लंबे इस विशाल गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रोजेक्ट कई बार सुर्खियों में रहा है और अब इसकी डेडलाइन नज़दीक आने के साथ काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे की प्रगति कैसी है?
यूपी सरकार और यूपीडा की निगरानी में चल रहे इस प्रोजेक्ट का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। मेरठ से बदायूं तक का पहला हिस्सा पहले ही बनकर तैयार हो गया है। वहीं उन्नाव से हल्द्वानी वाले हिस्से का करीब 94 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस एक्सप्रेसवे पर कुल 1498 बड़े स्ट्रक्चर बनाए जाने थे, जिनमें से 1497 का काम अंतिम स्तर तक पहुंच चुका है।
अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेसवे का ट्रायल रन दिसंबर के पहले हफ्ते में पूरा कर लिया जाएगा। परीक्षण के बाद इसे औपचारिक रूप से शुरू करने की तैयारी की जाएगी। उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जनवरी तक गंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं।
किन जिलों को मिलेगा सीधा फायदा?
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के दर्जनभर जिलों को जोड़ता है। इनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल हैं।
इसके चालू होने से इन जिलों में रहने वाले लाखों लोगों को तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच आसान होने से नए उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय विकास और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
औद्योगिक कॉरिडोर से मिलेगा विकास को बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं, जिससे लोकल व्यापारियों और उद्योगपतियों को बड़ा लाभ मिलेगा। तेज़ कनेक्टिविटी के कारण लॉजिस्टिक्स और माल ढुलाई में भी तेजी आएगी। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे पर वाहन 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बिना रुकावट चल सकेंगे, जिससे यात्रा समय काफी कम होगा। गंगा एक्सप्रेसवे के शुरू होने से पूरे उत्तर प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यह न सिर्फ यात्रा को आसान करेगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
