Ghazipur Encounter: उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में एनकाउंटर की घटनाओं को लेकर काफी चर्चा हो रही है। सुल्तानपुर में 28 अगस्त को एक सर्राफा व्यापारी के यहां हुई डकैती के बाद दो एनकाउंटर्स ने खूब सुर्खियां बटोरीं। यूपी एसटीएफ ने इस मामले के दो आरोपियों, मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को करीब 19 दिनों के अंतराल में मार गिराया।
पहले 5 सितंबर को मंगेश का एनकाउंटर (Ghazipur Encounter) हुआ, और फिर 23 सितंबर को अनुज को ढेर कर दिया गया। इसी बीच, गाजीपुर जिले में एक और एनकाउंटर की घटना सामने आई, जहां STF ने मोहम्मद जाहिद को मुठभेड़ (Ghazipur Encounter) में मार गिराया। घायल मोहम्मद जाहिद की मौत हो गई।
कौन था मोहम्मद जाहिद?
मोहम्मद जाहिद पर एक लाख रुपये का इनाम था और वह 19-20 अगस्त की रात दो आरपीएफ जवानों की हत्या के मामले में वांछित था। जाहिद के खिलाफ अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के कई मामले दर्ज थे। आरपीएफ सिपाही जावेद खान और प्रमोद की हत्या ट्रेन नंबर 15631 बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में अवैध शराब तस्करों ने की थी, और पुलिस तब से जाहिद की तलाश कर रही थी। मोहम्मद जाहिद उर्फ सोनू, मुश्तफा का बेटा था और बिहार के फुलवारीशरीफ स्थित मंसूर गली, पेढ़िमा बाजार का निवासी था।
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क्या था पूरा मामला?
19-20 अगस्त की रात आरपीएफ के सिपाही जावेद खान और प्रमोद, बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15631) में अवैध शराब की तस्करी रोकने की कोशिश कर रहे थे, जब तस्करों ने उन पर हमला कर दोनों को चलती ट्रेन से फेंक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
इस मामले में मोहम्मद जाहिद मुख्य आरोपी था। एनकाउंटर के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए। इसके अलावा प्रेमचंद वर्मा, विनय, पंकज, बिलेंद्र पासी, रवि कुमार और रवि को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से कुछ को एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया था।